किसी से साझा ना करें निजी जानकारियाँ
हम डिजीटल युग में प्रवेश कर चुके हैं। अब हमारा हर काम ऑनलाइन होने लगा है। छोटे-मोटे घरेलू कार्यों से लेकर बड़े-बड़े वित्तीय कार्य तक, सभी ऑनलाइन होने लगे हैं। इसके जितने फायदे हैं, उतना ही बड़ा खतरा हो सकता है, यदि हम सतर्क ना रहें। आए दिन हैकिंग और ऑनलाइन बैंक फ्रॉड की कई घटनाएं सुनने को मिलती रहती हैं।

आज जब लगभग सभी लोग ऑनलाइन बैंकिंक सर्विस से जुड़े हुए हैं, जरा-सी असावधानी के कारण उन्हें बड़ा नुकसान झेलना पड़ सकता है। आजकल ज्यादातर बैंकिंग धोखाधड़ी को ऑनलाइन ही अंजाम दिया जाता है। इसी के चलते अपराधी तक पहुंचना भी बहुत चैलेंजिग होता है।
जिन लोगों के साथ इस तरह की घटनाएं होती है उनमें से ज्यादातर लोगों ने खुद ही कोई न कोई गलती या लापरवाही की होती है। ध्यान रखें, जब तक आपकी निजी जानकारियाँ किसी के पास नहीं पहुंचती हैं, तब तक फ्रॉड को अंजाम देना मुश्किल होता है।
आपको ऑनलाइन धोखाधड़ी या फ्रॉड से बचना है तो कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए-
- व्यक्तिगत जानकारियाँ किसी को न बताएँ
- आपकी पर्सनल जानकारी के बिना बैंकिंग फ्रॉड को अंजाम देना बहुत मुश्किल होता है।
- अपनी व्यक्तिगत जानकारियाँ जैसे- क्रेडिट कार्ड नंबर, यूपीआई पिन आदि की जानकारी किसी को न दें।
- बैंक ये आपसे कभी नहीं मांगते। यूजरनेम, पासवर्ड या अन्य बैंक डिटेल्स भी कभी नहीं मांगे जाते।
- पासवर्ड बनाते समय सतर्क रहें
- ऐप में लॉगिन और ट्रांजैक्शन पिन और पासवर्ड बनाते कुछ बातों को ध्यान रखना चाहिए।
- पासवर्ड हमेशा ऐसा हो जिसका कोई अनुमान न लगा सके।
- अगर आपका पासवर्ड आसान हुआ तो आपके अकाउंट तक कोई भी पहुँच सकता है।
- पासवर्ड में हमेशा अपर और लोअर कैरेक्टर के साथ नंबर और स्पेशल कैरेक्टर्स का भी इस्तेमाल करें।
- किसी भी ऐसी ऐप को इनस्टॉल नहीं करें जो गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध न हों।
- अपने फोन से बिना काम के ऐप को अनइंस्टाल कर दें।
- अनजान लिंक या अटैचमेंट को न खोलें
- संदिग्ध ईमेल्स पर कभी क्लिक ना करें ना ही उसका जवाब दें।
- अनजान ईमेल आई डी से मिले किसी अटैचमेंट पर क्लिक ना करें और तुरंत डिलीट कर दें।
- कंपनियों द्वारा ऑनलाइन फ्रॉड को रोकने के लिए जारी किए जाने वाले दिशा-निर्देशों को ध्यान दे पढ़ें और उसका पालन करें। सार्वजनिक वाई-फाई नेटवर्क का इस्तेमाल करने से बचें।

