
फूड पॉयजनिंग का इलाज आसान घरेलू उपायों और सही मेडिकल देखभाल से संभव है। दूषित भोजन के कारण उत्पन्न होने वाली यह समस्या चाहे ढाबे, होटल या घर के खाने से हुई हो, उपचार की दिशा में समय पर कदम उठाना जरुरी है।
फूड पॉयजनिंग के लक्षण (Symptoms of Food Poisoning)
- पेट में तेज दर्द
- बार-बार उल्टी या दस्त, आमतौर पर हर 15 से 30 मिनट बाद
- खाना न पचना या पेट में क्रैम्प्स पड़ना
- बुखार, अत्यधिक थकान और कमजोरी महसूस करना
- गंभीर स्थिति में इम्युनिटी कमजोर होना, डीहाइड्रेशन, और असर नर्वस सिस्टम पर
विशेष रूप से बच्चे, बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं या कमजोर शरीर वाले अधिक प्रभावित हो सकते हैं।
फूड पॉयजनिंग के कारण (Main Causes)
- बासी या एक्सपायर खाना खाना
- सब्जियों/फलों को अच्छे से न धोना, या अधपका खाना
- खुला भोजन या बिना ढके खाना सड़क या दुकान पर लेना
- गंदे हाथों से खाने से भी संक्रमण फैल सकता है
- बैक्टीरिया जैसे सालमोनेला, ई.कोलाई, विब्रियो कॉलरी का संक्रमण
Read this also – तनाव मुक्त जीवन शैली/stress free lifestyle
फूड पॉयजनिंग के घरेलू उपाय (Home Remedies for Food Poisoning)
ओआरएस का घोल (ORS Solution)
- शरीर में पानी की कमी पूरी करने के लिए हर घंटे ओआरएस घोल पिएं।
घर पर एक गिलास उबले पानी में एक चुटकी नमक और 1 चम्मच चीनी मिला सकते हैं।
शिकंजी और दही-छाछ
- शिकंजी (नींबू पानी) या घर की ताजी दही/छाछ से आराम मिलता है, जिससे पाचन दुरुस्त होता है।
तुलसी के पत्ते
- 10-12 तुलसी की पत्तियां पानी में उबालकर ठंडा करके पीना लाभकारी है।
हल्का भोजन
- खिचड़ी, सब्जियों का सूप, चावल का मांड जैसे हल्के और सुपाच्य पदार्थ लें।
- केला और सेब का सेवन पाचन और लीवर के लिए फायदेमंद होता है।
गर्म पानी की थैली
- पेट दर्द से राहत पाने के लिए पेट पर गरम पानी की थैली रखें।
डॉक्टर से कब संपर्क करें (When to See a Doctor)
- अगर उपरोक्त उपायों से आराम ना मिले और समस्या 24 घंटे से अधिक बनी रहे।
- तेज बुखार, लगातार उल्टी/दस्त, खून आना या पेशाब की समस्या हो तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।
Read this also – प्रसन्न रहने के उपाय/ways to be happy
बचाव के उपाय (Prevention Tips)
- भोजन बनाते समय और खाते समय स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें।
- सब्जियों-फलों को अच्छे से धोएं और भोजन ढककर रखें।
- सड़क या ढाबे का खुला खाना कम लें, और गंदे हाथों से बचें।
याद रखें:
फूड पॉयजनिंग की समस्या बढ़े तो जल्द से जल्द विशेषज्ञ डॉक्टर से संपर्क करें और शरीर का ध्यान रखें।
यह लेख सामान्य जानकारी पर आधारित है लेख पसंद आये तो इसे ज़्यादा से ज्यादा शेयर करें। अपने विचार और सुझाव कमेंटबॉक्स में ज़रूर लिखे।