
युवा तोंद बढ़ने के प्रमुख कारण (Main Causes of Belly Fat in Youth)
पिछले दशक में भारतीय युवाओं में ‘पॉट बेली’ यानी तोंद की समस्या काफी बढ़ गई है। इसका सबसे बड़ा कारण बदलती जीवनशैली, प्रोसेस्ड व जंक फूड, कामकाजी जीवन में बढ़ा बैठना और फिजिकल एक्टिविटी की कमी है।
- प्रोसेस्ड और जंक फूड एवं मीठे पेय पदार्थ
- घंटों टीवी, मोबाइल और लैपटॉप पर समय बिताना
- तनाव व नींद की कमी
- फिजिकल एक्टिविटी में गिरावट
नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के अनुसार, भारत में लगभग 40% महिलाएं और 12% पुरुष abdominal obesity (पेट की चर्बी) से प्रभावित हैं।
तोंद के स्वास्थ्य पर प्रभाव (Health Impact of Abdominal Obesity)
बढ़ी तोंद न केवल शारीरिक सौंदर्य को प्रभावित करती है बल्कि इससे अनेक गंभीर रोगों का जोखिम कई गुना बढ़ जाता है।
- टाइप-2 डायबिटीज
- हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट डिज़ीज
- दम घुटना, नींद की समस्या
- याद्दाश्त में कमी, डिप्रेशन
- कम उम्र में हड्डी कमजोर होना
- कोलेस्ट्रॉल व कैंसर की संभावना
विशेषज्ञों के अनुसार, South Asians में कम BMI पर भी ज्यादा पेट की चर्बी रहती है जिसे TOFI (Thin Outside, Fat Inside) कहा जाता है।
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तोंद कम करने के लिए बेस्ट फूड्स (Best Foods to Reduce Belly Fat)
पर्याप्त रिसर्च के अनुसार निम्नलिखित खाद्य पदार्थ तोंद घटाने में कारगर हैं:
- ग्रीन टी
पेट की चर्बी कम करने के लिए दो से तीन कप ग्रीन टी रोज, नींबू व शहद के साथ लें। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स वजन घटाने में सहायता करते हैं।
- एवोकाडो का सलाद
एवोकाडो में मोनो अनसैचुरेटेड फैटी एसिड और बीटा सिटोस्टेरॉल होता है, जो बैली फैट बर्न करने में मदद करता है। रोजाना नाश्ते या दोपहर में एवोकाडो सलाद लें।
- दही
दही पेट के लिए औषधि है। इसमें अच्छे बैक्टीरिया पेट की चर्बी को घटाते हैं और पाचन बेहतर बनाते हैं। नाश्ते या लंच में दही जरूर लें।
- दूध और ओट्स
सुबह के नाश्ते में दूध के साथ ओट्स लें। इसमें फाइबर और प्रोटीन, दोनों होते हैं, जो तोंद कम करने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
- ब्रोकली
ब्रोकली फाइटोन्यूट्रिएंट्स से भरपूर होती है, जो मेटाबोलिज्म तेज करती है और विषैले तत्वों को बाहर निकालती है। सब्जी या सलाद में शामिल करें।
- बादाम
नियमित बादाम खाने से पेट की चर्बी कम होती है। इसमें अनसैचुरेटेड फैटी एसिड व फाइबर होता है, जो भूख कंट्रोल करते हैं।
- खट्टे फल
नींबू, संतरा, अंगूर, नारंगी, व कीवी जैसे साइट्रस फल मेटाबोलिज्म सुधारते हैं, वसा कम करते हैं तथा शरीर का जल संतुलन बनाए रखते हैं।
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लाइफस्टाइल बदलाव (Lifestyle Changes for Belly Fat Control)
- नियमित वॉक करें या फिजिकल एक्सरसाइज अपनाएं
- हफ्ते में कम से कम 150-300 मिनट व्यायाम करें
- प्रोसेस्ड, तला-भुना व मीठा कम लें
- स्ट्रेस मैनेजमेंट व पूरी नींद लें
- वजन व कमर का आकार समय-समय पर नापें।
निष्कर्ष (Conclusion)
तेजी से बढ़ रहा पेट का मोटापा युवा पीढ़ी के लिए सिर्फ दिखने भर की समस्या नहीं है, बल्कि यह डायबिटीज, हार्ट डिजीज, कैंसर व मानसिक रोगों का जोखिम बढ़ाने वाला है। बढ़ी तोंद को नियंत्रण में लाने के लिए संतुलित आहार, सही खाद्य पदार्थ, नियमित एक्सरसाइज और स्वस्थ जीवनशैली सबसे फायदे़मंद साबित होते हैं।
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