अपनाएँ छोटे-छोटे ट्रिक्स
रसोई में खाना पकाते समय कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। अब संयुक्त परिवार तो ज्यादातर रहे नहीं, जो दादी-नानी या बड़ी भाभियाँ या चाचियाँ आपकी इन दिक्कतों को दूर कर दे। आजकल न्युक्लियस फैमिली का दौर है, उसमें भी पास-पड़ोस से रिश्ते ऐसे नहीं होते कि उनसे हम अपनी रसोई की परेशानियों को साझा करें या वे हमारी मदद कर पाएँ।
इसके अलावा आजकल ज्यादातर युवाओं को, लड़के-लड़कियों को घर से दूर शहर में अकेले रहना पड़ता है। उन्हें खाना पकाने का, रसोई के प्रबंधन का कोई अनुभव तो होता नहीं है। जरा सी परेशानी उनके लिए बड़ी मुसीबत बन जाती है। चाहे दूध के खराब होने की बात हो या सब्जियों के गल जाने की। बर्तनों की सफाई की बात हो या फिर खाने के स्वाद की..कई ऐसी परेशानियाँ होती हैं जिसका हल उन्हें चाहिए होता है। तो यहाँ पेश हैं ऐसी ही कुछ समस्याओं का हल –
- दाल-चावल को पकाने से पहले साफ पानी से धोकर आधा घंटा पहले भिगो कर रख दिए जाएं और उसी पानी में पकाया जाए तो खाना जल्दी पक जाता है और ईंधन की भी बचत होती है। भटूरे के आटे में ज़ल्दी खमीर उठाने के लिये ब्रेड के दो-तीन स्लाइस चूरा करके मिलाएं।
- दही खट्टा हो जाने पर उसे कपड़े में छानकर पानी निकाल लें। चाहें तो उसमें चीनी तथा सूखे मेवे बारीक काट कर डालें और हल्का-सा फेंट फ्रीज़र में रख दें। दो घंटे पश्चात श्रीखंड के रूप में खा सकते हैं। चाहें तो दही का पानी निकलने के बाद उसमें थोड़ा दूध मिलाकर रायता डाल सकती हैं।
- यदि आप नौकरीपेशा हैं तो करी का मसाला मिक्सी में ज्यादा पीस कर भून कर फ्रिज में रख लें। रसेदार सब्जी बनाते समय तैयार मसाला प्रयोग में ला सकती हैं।
- करी पत्ता और धनिए की पत्तियों को ताज़ा रखने के लिए उन्हें पतले कपड़े में लपेटकर फ्रिज में रखें।
- स्टील के भगोने में दूध उबालने पर दूध अक्सर नीचे लग जाता है। दूध उबालने से पहले पतीले में थोड़ा-सा पानी डाल दें। पानी उबलने के बाद दूध डालकर उबालें।
- दूध की मलाई को फूंक कर न हटाएं। फूंक के जरिए कीटाणु दूध में चले जाते हैं और दूध दूषित हो जाता है।
- दूध को प्रयोग करने से पहले एक उबाल ज़रूर दिलवाएं ताकि कीटाणु समाप्त हो जाएं। दूध को अधिक देर न उबालें। इससे उसके पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं।
- दूध फट जाने की स्थिति में पानी और पनीर को अलग कर दें। पानी से आटा गूंथ सकते हैं या दाल-चावल उस पानी में पका लें। स्वाद के साथ पौष्टिकता भी बढ़ जाती है।
- दूध में आटा गूंथ कर चपाती, परांठे या पूड़ी बना सकते हैं। अधिक खस्ता व स्वादिष्ट बनेंगे।
- दो गिलास यदि एक-दूसरे में फंस गए हों तो कटोरे में गर्म पानी डालकर उसमें गिलास रखें। अंदर वाले गिलास में ठंडा पानी भर दें। दोनों गिलास आसानी से अलग हो जाएंगे।
- सार्दियों में आसानी से दही जमाने के लिए दही में जामन लगाने के बाद बर्तन को कैसरोल में रख दें या फ्रिज के ट्रांसफार्मर पर बर्तन को रख दें। दही आसानी से जम जाएगा।
- बेसन के गट्टे सख्त नहीं बनें, इसके लिए बेसन गूंधते समय उसमें थोड़ा-सा मोयन डालकर दही से बेसन को गूंधें।
- किसी बोतल या स्टील के डिब्बे में से भोजन या प्याज आदि की गंध न जा रही हो तो उस धुली हुई बोतल में एक जलती हुई दियासिलाई की तीली डालकर ढक्कन बंद कर दें। ढक्कन खोलकर पुनः बोतल धो कर सुखा लें। गंध दूर हो जाएगी।
- सब्जियों को धोकर काटें। बाद में धोने से उसके खनिज तत्व व विटामिन नष्ट हो जाते हैं।

- यदि दूध में खटास आने लगे और फटने का डर हो, तो उसमें एक चम्मच पानी में आधा चम्मच खाने का सोडा मिला कर डाल दें। दूध फटने से बच जाएगा।
- हरी मिर्च को अधिक समय तक ताजा रखने के लिए उनकी डण्डी तोड़कर रखें।
- खाना पैक करने के लिए अल्यूमीनियम फॉयल इस्तेमाल करते हैं। उसे प्रयोग करने के बाद फेंकें नहीं। इससे अल्यूमीनियम के बर्तन साफ कर चमका सकते हैं।
- मीठे बिस्कुटों का कुरकुरापन बरकरार रखने के लिए कन्टेनर में एक चम्मच चीनी डालें और उसके ऊपर बिस्कुट डालें। बिस्कुट लम्बे समय तक कुरकुरे रहेंगे।
- चाकू पर यदि जंग लग गया हो तो चाकू को प्याज में घोंप कर रखें। पन्द्रह बीस मिनट बाद निकाल कर धोएं। चाकू साफ हो जाएगा।


