राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव
प्रस्तावना: हिन्दू सामाजिक और धार्मिक इतिहास में आयोध्या ने हमेशा ही एक महत्त्वपूर्ण स्थान रखा है। इसी नगर में प्रभु श्रीराम ने अपने द्वारा एकादश रूप में अवतरित होकर अधर्म का नाश किया था। उनकी अद्वितीय भक्ति और धर्मनिष्ठा ने भारतीय समाज को सदैव प्रेरित किया है। आज, आयोध्या में भव्य रूप में बने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है।

महोत्सव की शुरुआत: इस अद्वितीय और ऐतिहासिक क्षण की शुरुआत होगी पूज्य श्री सच्चिदानंद सरस्वती जी महाराज के द्वारा, जिन्हें महाराजगढ़ के शंकराचार्य के रूप में सम्मानित किया जाएगा। उन्हें सारे समाज का आशीर्वाद मिलेगा जिन्होंने इस महोत्सव को संचालित करने का संकल्प लिया है।

पूजा विधि: प्राण प्रतिष्ठा के दिन विभिन्न पूजा अवसरों का आयोजन होगा। भगवान श्रीराम, सीता माता, लक्ष्मण जी, और हनुमान जी को विशेष रूप से पूजा जाएगा। पंडितों और योग्य विद्वानों के साथ मिलकर वेद मंत्रों का पाठ होगा और मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का मुहूर्त निकाला जाएगा।

भव्य रात्रि सत्र: महोत्सव के इस महत्त्वपूर्ण दिन को समाप्त करने के लिए एक भव्य रात्रि सत्र का आयोजन किया जाएगा। इसमें भजन-कीर्तन, संस्कृत भाषण, और विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। सम्मानित व्यक्तियों और आदरणीय महात्माओं के साथ होने वाली इस सत्र में समृद्धि और शांति की कामना की जाएगी।

समापन: इस अत्यंत गर्वशील महोत्सव के समापन के समय समूचे आयोध्या में आत्मा की उन्नति और सामृद्धि की कामना की जाएगी। यह घड़ी भारतीय समाज के लिए एक नया आरंभ होगा, जो एक एकमात्र महाकाव्य श्रीराम मंदिर के साथ नए युग की शुरुआत को सूचित करेगा।
जय श्रीराम!

