
बेहतर कल के लिए आज ही रीसायकल करें।” Reduce Reuse Recycle
प्लास्टिक पर्यावरण के लिए नुकसानदायक है कई शहरों, राज्यों और कुछ देशों ने भी इस तरह की पहल की है कि प्लास्टिक के इस्तेमाल Plastic Use पर प्रतिबंध लगाए गए हैं समुद्री कचरे (Oceanic Waste) से जलीय जीव(Aqua Culture) को प्लास्टिक से खतरा हुआ है तो धरती पर भी मनुष्यों की सेहत (Health) से लेकर जानवरों तक को प्लास्टिक से नुकसान होने की बात आपको समय-समय पर पता चलती रही है कई लोग मानते हैं कि प्लास्टिक तो बार बार रीयूज़ (Plastic Reuse) हो सकता है, ऐसा है तो फिर यह एनवायरनमेंट फ्रेंडली)Eco Friendly) क्यों नहीं है।
प्लास्टिक पॉलीमरों (Polymers) से बना होता है यानी आपस में जुड़े हुए बिल्डिंग ब्लॉक्स जैसी संरचना वाले मोनोमरों (Monomers) के द्वारा, जो लंबी और बार बार दोहराई जा सकने वाली परमाणुओं की चेन बनाते हैं पॉलीमर को रीयूज़ेबल बनाने वाले ये मोनोमर वास्तव में हाइड्रोजन, कार्बन और आक्सीजन के परमाणुओं की तुलना में छोटी चेन बनाते हैं अब होता यह है कि उत्पादन की प्रोसेस में इसमें पिगमेंट्स, रिटार्डेंट्स और एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे केमिकल मिलाए जाते हैं ताकि प्लास्टिक को मनचाहे आकार, रंग और तापमान पर प्रोसेस किया जा सके।
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कितना रीसाइकिल हो सकता है प्लास्टिक?/HOW MUCH CAN PLASTIC GET RECYCLED
अब ये समझिए कि प्लास्टिक रीसाइकिल कैसे किया जाता है ज़्यादातर रिसाइकिलंग प्लांट्स प्लास्टिक वेस्ट को बारीक टुकड़ों में तोड़कर पिघलाते हैं ताकि इसे दोबारा किसी प्रोडक्ट में ढाला जा सके लेकिन इस प्रक्रिया के बाद यानी रीसाइकिल हुआ प्लास्टिक क्वालिटी में कमज़ोर हो जाता है इसके पीछे भी वैज्ञानिक कारण है।
रीसाइकिलिंग प्रोसेस में पहले तो पॉलीमर टूटते हैं और दूसरे प्लास्टिक में पहली बार जो केमिकल या मिलावट की गई होती है, रीसाइकिलिंग के दौरान उसमें से वो मिलावट करना तकरीबन असंभव हो जाता है इसलिए वो अपने ओरिजनल रूप में रीसाइकिल होता ही नहीं है अब होता ये है कि रीसाइकिल किए हुए प्लास्टिक को उपयोग लायक बनाने के लिए इसमें फिर वर्जिन मटेरियल मिलाया जाता है. इस तरह कोई प्रोडक्ट तैयार होता है इसका मतलब यह हुआ कि प्लास्टिक को जब दो या तीन बार रीसाइकिल किया जाता है, तो उसके बाद उसकी क्वालिटी इतनी खराब हो जाती है कि वह इस्तेमाल के लायक नहीं रह जाता।
साइंस कर रहा है रिसर्च/SCIENCE IS DOING RESEARCH
प्लास्टिक के उलट कांच और एल्युमीनियम में ऐसा नहीं होता रीसाइकिल प्रोसेस के दौरान इनकी क्वालिटी खराब नहीं होती और इन्हें अनगिनत बार यानी हर बार रीसाइकिल किया जा सकता है प्लास्टिक को भी बार बार रीसाइकिल किए जाने लायक बनाने के लिए वैज्ञानिक ऐसे फॉर्मूले को ढूंढ़ने के लिए काम कर रहे हैं, जिससे प्लास्टिक के ओरिजनल मोनोमर बचे (इस प्रोसेस को ‘depolymerisation’ कहते हैं) रह सकें।
दूसरी रिसर्च इस पर भी चल रही है कि प्लास्टिक पॉलीमर के उस तरह के नये टाइप खोजे जाएं, जिनमें से केमिकल एडिटिव्स या मिलावटों को आसानी से दूर किया जा सके फिलहाल तो कई प्लास्टिक ऐसे हैं, जिन्हें एक बार भी रीसाइकिल नहीं किया जा सकता बहरहाल, अगर ये रिसर्च रंग लाईं तो हो सकता है कि कांच, एल्युमीनियम और धातुओं की तरह प्लास्टिक को भी बार बार रीसाइकिल किया जा सकेगा।
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कागज़ की रीसाकिलिंग भी लिमिटेड है/PAPER RECYCLING IS LIMITED
कुल मिलाकर एक प्रिंटर पेपर को पांच से सात बार तक रीयूज़ किया जा सकता है इसके बाद फाइबर इतने छोटे और कमज़ोर हो जाते हैं कि इस्तेमाल के लायक नहीं रह जाते हालांकि इसके बाद यह पेपर पेस्ट के तौर पर रीयूज़ होता है, जिसका इस्तेमाल कार्टनों के लिए रॉ कागज़ तैयार करने या रद्दी की और चीज़ों में हो सकता है।
3 आर क्या हैं और अपशिष्ट प्रबंधन/ WHAT ARE 3R’S AND WASTE MANAGMENT
कचरा प्रबंधन के 3Rs एक पहल है जिसे 2000 के दशक की शुरुआत में एक ऐसी विधि के रूप में विकसित किया गया था जो हम सभी को लैंडफिल या भस्मीकरण के लिए भेजे जाने वाले कचरे की मात्रा को कम करने और अनावश्यक रूप से उत्पादित होने वाली वस्तुओं की मात्रा को कम करने में मदद करती है। 3Rs का मतलब है कम करना, पुनः उपयोग करना, पुनर्चक्रण करना। ये तीन छोटे शब्द कचरे के प्रबंधन और जलवायु परिवर्तन से निपटने में मदद करने के लिए महत्वपूर्ण हैं।

- कम करना काअर्थ है मात्रा को छोटा/कम करना।
- पुनः उपयोगका अर्थ है किसी वस्तु का पुनः उपयोग करना, या तो उसके मूल उद्देश्य के लिए या किसी भिन्न कार्य के लिए।
- पुनर्चक्रण काअर्थ है कचरे को ऐसी सामग्री में परिवर्तित करना जिसका उपयोग उस वस्तु को पुनः बनाने या कुछ और बनाने के लिए किया जा सके।
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आपने देखा होगा कि 3R का जिक्र करते समय, हम हमेशा उन्हें एक ही क्रम में कहते हैं: कम करें, पुनः उपयोग करें, रीसाइकिल करें। ऐसा इसलिए है क्योंकि यह वह क्रम है जो कचरे और ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने में हमारी मदद करने में सबसे प्रभावी है।
बेहतर कल के लिए आज को रीसायकल करें।”
प्रदूषण मत करो: रीसायकल करें!”
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