Thursday, September 19, 2024
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सर्दी से बचाएं छोटे बच्चों को

माँ और शिशु दोनों के सावधानी जरूरी

छोटे बच्चे सर्दी का प्रकोप आसानी से सह नहीं पाते और जरा-सी लापरवाही से बीमार पड़ जाते हैं। सो हर समझदार मां-बाप का फर्ज है कि वें अपने नन्हे-मुन्नों का खास तौर पर ध्यान रखें। दुग्धपान कराने वाली माँ को भी शिशु की तरह सर्दी से सावधान रहना चाहिए।

 

  •  गर्मी के बाद बरसात जा चुकी है और सर्दी पूरी तरह से आ चुकी है।
  • इस मौसम में बच्चों को स्वस्थ रखना मां-बाप के लिए कठिन काम होता है।
  • यही मौसम है जब बच्चों का सबसे ज्यादा ख्याल रखना पड़ता है ।
  • अब बच्चे तो बच्चे हैं न तो वें गर्म कपड़े पहनने को तैयार होते हैं
  • और न ही उन्हें बदलते मौसम में कम कपड़ो में छोड़ कर  बीमार होने का खतरा मोल लिया जा सकता है।
  • छोटे बच्चे सर्दी का प्रकोप आसानी से सह नहीं पाते और जरा-सी लापरवाही से बीमार पड़ जाते हैं
  • सो हर समझदार मां बाप का फर्ज है कि वें अपने नन्हे – मुन्नों का खास तौर पर ध्यान रखें।

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सावधानी जरूरी:

  • वैसे थोड़ी-सी सावधान से नन्हे-मुन्नों को आसानी से सर्दी की बीमारियों से बचाया जा सकता है।
  • कुछ ऐसे टिप्स हैं जिनका उपयोग करके अपने बच्चों को दादी , नानी तक सुरक्षित रखती आई हैं।
  • बस , थोड़ा सा ध्यान रखिए और निश्चिंत हो जाइए सर्दी आपके लाड़ले का कुछ भी नहीं बिगाड़ पाएगी ।

बढ़ाएं इम्युनिटी :

  • सबसे पहला मूलमंत्र  है कि यदि बच्चा बहुत छोटा है और मां का दूध पीता है
  • तो  न केवल उसका अपित  मां का भी को सर्दी के प्रकोप से बचना जरुरी है।
  • न केवल उसे खुद को ठण्ड में एक्सपोज करने से बचना है वरन् खाने पीने में परहेज व संयम रखना होगा।
  • पहला कदम  है स्वयं पर नियंत्रण रखना।
  • बेहतर होगा कि मां भी कोई एण्टीऑक्सीडेंट लेती रहे।
  • आंवला इस मौसम में अमृत फल कहा जा सकता है।
  • उसका मुरब्बा, अचार, जूस अथवा कच्चा खाने से रोग प्रतिरोधक ताकत बढ़ती है
  • जो आपकी व बच्चे की ठंड से लड़ने में मदद करती है और सूत्र है मां स्वस्थ तो बच्चा स्वस्थ।

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पहनावे पर दें ध्यान:

 

  • मां को ठण्ड लगने का दूसरा बड़ा कारण बनता है पहनावा।
  • अतः हर उस मां को आती हुई सर्दी में अपने भी पहनने ओढ़ने का ख्याल रखना लाजिमी है।
  • अच्छा हो कि छाती, सिर, पैर व पीठ को ठण्ड से बचाया जाए
  • क्योंकि ठण्ड लगनें के यही सबसे संवेदनशील अंग माने जाते हैं।
  • हां , इसका मतलब यह नहीं कि मां तो सर्दी से बचे पर बच्चे को खुला छोड़ दे।
  • पहले अपने लाडले को सर्दी से बचाना जरुरी है।
  • उसे आराम दायक व गर्म तथा पूरे शरीर को ढकने वाले नर्म रेशों के वस्त्र पहनाइए
  • ताकि आपके लाडले की सर्दियां बिना कष्ट के कटें ।

प्यार की गर्माहट दें :

 

  • अब बारी आती है बच्चे की सर्दी से रक्षा करने के लिए उसका ख्याल रखने की।
  • तो ध्यान रखिए कि बच्चे ऊर्जा का बड़ा भण्डार होते हैं।
  • सो स्वाभाविक रूप से उन्हें ठण्ड का अहसास कम ही होता है।
  • दूसरा सच यह भी है कि वे ही सबसे ज्यादा कोमल भी होते हैं।
  • अतः ठण्ड सबसे आसानी से उन्हें ही अपना शिकार बनाती है
  • तो भले ही वे कहते रहें कि उन्हें ठण्ड नहीं लग रही है,
  • पर आप को उन्हें प्यार से व समझा- बुझाकर गर्म कपड़े पहनाने ही हैं।
  • रात में बच्चे को अपने पास सटासकर सुलाना बहुत काम का है।
  • आपके तन की गर्माहट उसे तंदुरुस्त रखने में काम आएगी ।

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बच्चे को समझाएं :

  • खास तौर पर स्कूल जाने वाले बच्चे कम से कम कपड़े पहनने का प्रयास करते हैं।
  • पर, आपको उन्हें समझाना है कि यदि ठण्ड उन्हें  बीमार कर देगी
  • तो वे न तो खेलने का मजा ले पाएंगे और न ही खाने का ।
  • अतः उचित मात्रा में कपड़े पहनना जरूरी है।
  • बच्चे ऐसी बातों से आसानी से सहमत हो जाते हैं ।

खान-पान हो सही:

 

  • खाने के मामले में भी सर्दियां बच्चों का खास ध्यान मांगती हैं।
  • अच्छा हो कि प्रतिदिन हो सके तो उन्हें बादाम, अखरोट, काजू जैसे गर्म व पौष्टिक मेवे जरूर दें।
  • ये एण्टीऑक्सीडेंण्ट का काम भी करते हैं और सर्दी से बचाव भी करते हैं।
  • आंवले दे सकें तो कहने ही क्या!
  • च्यवनप्राश के नियमित सेवन से भी उनकी सर्दी से लड़ने की क्षमता बढ़ेगी।

दादीनानी के नुस्खे  :

  • बच्चों की सर्दी से सुरक्षा में दादी , नानी के नुस्खे रामबाण सिद्ध होते हैं।
  • अतः जब उन्हें सर्दी लग जाए या लगने की आशंका हो तब उनके के अनुभवों का फायदा उठाने न भूलें ।

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डॉक्टर की राय जरूरी :

  • हां, ये भी याद रखिये कि ये नुस्खे महज शुरुआती स्थिति में ही आजमाने चाहिेए।
  • ज़रा भी हालत खराब लगे तो बिना देर किये डॉक्टर के पास जाने में ही भलाई है।
  • नहीं तो छोटे बच्चों को न्युमोनिया भी हो सकता है, जो जानलेवा भी हो सकता है।
  • यह लंबे समय तक बच्चे को परेशान भी करेगा तथा उसकी तंदुरुस्ती भी खराब बनी रहेगी।
  • बहुत ज्यादा चिंता न करके थोडा सा ख्याल रखेंगे
  • तो बच्चा स्वस्थ रहेगा और आपकी सर्दियां अच्छे से कट जाएंगी ।

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यह लेख सामान्य जानकारियों पर आधारित है। इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करें और अपने विचार और सुझाव कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें।

 

 

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