शोधकर्ताओं को सरीसृप की त्वचा का एक बारीक टुकड़ा अश्मीभूत अवस्था में मिला है। यह पेलियोज़ोइक युग के अंत के समय का है। यह जीवाश्म इगुआना जितने बड़े और छिपकली सरीखे सरीसृप जीव कैप्टोराइनस एगुटी का है, जो करीब 30 करोड़ वर्ष यानी सबसे प्राचीन त्वचा है।
अनसुलझा सवाल- त्वचा कैसे विकसित हुई Unsolved question: How did skin evolve?
- यह तो हम जानते हैं कि त्वचा से शरीर को तमाम फायदे होते हैं और सुरक्षा मिलती है।
- लेकिन हम यह भी जानते हैं कि मृत्यु के बाद त्वचा लंबे समय तक टिकी नहीं रह पाती है और सड़-गल कर नष्ट हो जाती है।
- इसलिए यह पता कर पाना बड़ा कठिन है कि प्राचीन प्राणियों में त्वचा कैसे विकसित होती गई।
- खासकर यह सवाल अनसुलझा ही रहा है कि पेलियोज़ोइक एरा में यानी जब जीवों ने पानी से निकलकर भूमि पर रहना शुरू किया
- तो इस परिवर्तन के लिए उनकी त्वचा में किस तरह के बदलाव आए? अब सबसे प्राचीन त्वचा के बारे में पता चला है।
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शोधकर्ताओं को मिली त्वचा Researchers found skin
- ओक्लाहोमा स्थित रिचर्ड स्पर की चूना पत्थर की गुफाओं में शोधकर्ताओं को एक त्वचा मिली है।
- शोधकर्ताओं को सरीसृप की त्वचा का एक बारीक टुकड़ा अश्मीभूत अवस्था में मिला है, जो पेलियोज़ोइक युग के अंत के समय का है।
- इसके विश्लेषण से लगता है कि सरीसृपों की शल्कदार जटिल संरचना वाली त्वचा एक बार विकसित होने के बाद से लगभग वैसी ही है।
सबसे पुरानी त्वचा oldest skin
- यह जीवाश्म इगुआना जितने बड़े और छिपकली सरीखे सरीसृप जीव कैप्टोराइनस एगुटी का है,
- जो करीब 30 करोड़ वर्ष पुराना है यानी कि यह सबसे प्राचीन त्वचा है।
- वैसे तो इन गुफाओं से सी. एगुटी के कई जीवाश्म मिले हैं,
- किंतु इनमें से अधिकतर जीवाश्म कंकाल रूप में ही हैं।
- लेकिन एक जीवाश्म में सी. एगुटी की थोड़ी सी बाह्यत्वचा (एपिडर्मिस) भी सलामत रह गई थी।
- त्वचा के सलामत बचने का कारण महीन अवसादी चट्टान और वहां का कम ऑक्सीजन वाला वातावरण था।
- यही कारण है कि रिचर्ड्स स्पर की इन गुफाओं में पैलियोज़ोइक युग के तरह-तरह के और अच्छी तरह से संरक्षित जीवाश्म मिलते हैं।
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नाखून से भी छोटी त्वचा skin smaller than a nail
- जब युनिवर्सिटी ऑफ टोरंटो के एथान मूनी इन जीवाश्मों का अध्ययन कर रहे थे
- उस दौरान उन्हें एक जीवाश्म पर नाखून से भी छोटी और बाल से भी पतली, नाज़ुक सी बहुत सारी कण जैसी संरचनाएं दिखीं।
- पहले तो लगा कि ये हड्डी के ही हिस्से हैं।
- लेकिन सूक्ष्मदर्शी से अवलोकन करने पर पता चला कि वास्तव में यह जीवाश्म तो किसी जीव की त्वचा का है,
- जिसमें बाह्यत्वचा और उसके नीचे वाली परत सुरक्षित है।
- त्वचा की बनावट कुछ-कुछ बबल वाली पॉलीथीन की तरह थी।
- यह दूर-दूर स्थित मुड़े हुए शल्कों जैसी संरचना से बनी थी जिनके बीच में लचीले कब्जे थे,
- जो वृद्धि और हिलना-डुलना-मुड़ना संभव बनाते हैं। यह
सी. एगुटी सरीसृप की त्वचा C. agouti reptile skin
- शोध पत्रिका करंट बायोलॉजी में प्रकाशित त्वचा की संरचना वगैरह के आधार पर शोधकर्ताओं का अनुमान है कि
- यह त्वचा सी. एगुटी सरीसृप की है।
- हालांकि अभी वे इस बारे में पूरी तरह आश्वस्त नहीं हैं क्योंकि यह त्वचा कंकाल से चिपकी नहीं थी।
- लेकिन इसकी झुर्रीदार, बबल-पॉलीथीननुमा संरचना को देखकर इतना तो तय है कि यह त्वचा किसी सरीसृप की है। और सबसे प्राचीन त्वचा है।
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