सफाई और सावधानी है समाधान
मुँहासे यानी पिंपल्स किसी भी उम्र में समस्या बन सकते हैं। बेहद ज़रूरी बात यह है कि आपको मुँहासे हों, तो परेशान होकर उन्हें दिन भर हाथों से न छूते रहें। वरना यह समस्या अधिक बढ़ जाएगी। फिर आप मजबूर होकर तरह-तरह के मरहम लगाते हैं या डॉक्टर के पास जाते हैं। या फिर कोई घरेलू नुस्खा आजमाते हैं।
क्यों होती है मुँहासों की समस्या
- मुँहासे पाचन या खून की खराबी के कारण हो सकते हैं।
- त्वचा का अत्यधिक तैलीय होना मुँहासों का कारण हो सकता है।
- त्वचा के अत्यधिक संवेदनशील होने से भी मुँहासे हो सकते हैं।
इन्हीं कारणों से आपकी त्वचा पर तरह-तरह की फुंसियाँ या दाने हो जाते हैं, चाहे इसे कोई भी नाम दिया जाए।
मुँहासों की समस्या और समाधान
तैलीय त्वचा
- अगर आपकी त्वचा अत्यधिक तैलीय या संवेदनशील है तो मुँहासों से बचने के लिए उसे हमेशा साफ रखें।
- डिटॉल या कोई दूसरा सोप, जो सूट करे, उससे दिन में तीन से चार बार मुँह धोएँ।
- तैलीय त्वचा जितनी ज्यादा साफ रहेगी, धूल उतनी कम चिपकेगी। मुँहासों से उतना बचेंगे।
शुष्क त्वचा
- शुष्क त्वचा पर मुँहासे हैं तो कारण है खून की खराबी।
- इसके लिए आप टमाटर का जूस, आठ-दस गिलास पानी, सलाद, दही लें।
- रेशेदार सबि्ज़याँ लें, जिससे खून साफ रहेगा।
सफाई जरूरी
- अपने तौलिये को हमेशा अलग व साफ रखें। चेहरे को बहुत हल्के बिना रगड़े पोंछें।
- मुँहासे होने पर डर के मारे चेहरे को धोना न छोड़ दें। गंदगी इस समस्या की सबसे बड़ी दुश्मन है।
- मुँहासों को उंगलियों से न छुएँ। वरना ये पूरे चेहरे पर फैल जायेंगे।
- फुंसियों या दानों को निकलते ही फोड़ने या छूते रहने की कोशिश न करें।
मुँहासों से बचने अपनाएँ ये घरेलू नुस्खे
- अगर आपके चेहरे पर पिंपल्स निकलते हैं तो उस पर आफ्टरशेव लोशन लगायें।
- बहुत ज्यादा मुँहासे होने पर रोजाना दो-तीन बार घिसा चंदन लगाएं। मुँहासे दाग कम होंगे। रंग गोरा हो जाएगा।
- दिन में आठ दस गिलास पानी पियें व गुलकंद व सौंफ खायें।
- मसालेदार खाना विशेषकर मिर्च व तेल बिल्कुल न खायें।
- अत्यधिक चॉकलेट, काफी व आइक्रीम भी मुँहासों को बढ़ा देती है।
उपर्युक्त रूप से उपचार करें। आप पायेंगे अपने चेहरे को मुँहासों रहित और खूबसूरत।