Thursday, September 19, 2024
Google search engine
Homeहेल्थहर्बलमखाने के फायदे और उपयोग (Benefits and uses of Makhana or fox...

मखाने के फायदे और उपयोग (Benefits and uses of Makhana or fox nut)

पुरुषों के लिए फायदेमंद है मखाने का सेवन

मखाना क्या है ? (What is Makhana?)

मखाना यानी कमल का बीज, lotus seed or fox nut का सेवन ताकत 1बढ़ाने के किया जाता रहा है। जिन पुरुषों को वीर्य संबंधी समस्या होती है, उनके लिए मखाना का सेवन फायदेमंद होता है। आइए जानते हैं मखाने के फायदे और उपयोग के बारे में-

  • भारत में प्राचीन काल से मखाने का प्रयोग ताकत बढ़ाने के लिए किया जाता रहा है।
  • पारंपरिक व्यंजनों में इसका खूब प्रयोग किया जाता रहा है।
  • आजकल इसे सभी पौष्टिक स्नैक्स के रूप में आमतौर पर खाने लगे हैं।
  • मखाना शारीरिक शक्ति को बढ़ाता  है।
  • जिन पुरुषों को वीर्य संबंधी समस्या होती है, उनके लिए मखाना का सेवन फायदेमंद होता है।
  • इसके सेवन से वीर्य दोष में सुधार होता है।

Read this also – स्वास्थ्यवर्धक फल है नींबू/ Lemon is a healthy fruit

जलाशय में फलता है (Grows in water bodies)

  • यह जल में पाया जाता है। इसके पौधे कांटेदार तथा कमल के समान होते हैं।
  • इसके पत्ते कमल के समान, गोलाकार होते हैं, जो ऊपर से हरे, लेकिन नीचे से लाल या बैंगनी रंग के होते हैं।
  • इसके फल गोलाकार, कांटेदार तथा मुलायम (स्पंज वाले) होते हैं।
  • इसके बीज मटर के समान, या इससे कुछ बड़े होते हैं।
  • फल संख्या में 8-20 तथा हल्के काले रंग के होते हैं।
  • इसे कच्चा या भूनकर खाया जा सकता है।
  • बालू में भूनने से यह फूल जाते हैं, जिन्हें मखाना कहा जाता है।
  • आयुर्वेद के अनुसार, मखाना मधुर, ठंडा प्रभाव वाला होता है।
  • यह गर्भधारण करने में मदद पहुंचाता है, गर्भवती स्त्रियों के लिए शक्तिवर्द्धक होता है। मखाना के बीज के सेवन से सेक्स करने की इच्छा बढ़ने में मदद मिलती है।

प्रस्तुत हैं मखाने के बारे में विस्तार से जानकारियाँ –  

मखाने का पोषण मूल्य (Nutritional value of Makhana)

  • इसमें कम कैलोरी होती है और इसमें ढेर सारे पोषक तत्व होते हैं;
  • इसलिए, वे शरीर के कार्यों में एक आवश्यक भूमिका निभाते हैं।
  • मखाने में कई बायोएक्टिव यौगिक हो सकते हैं जैसे एल्कलॉइड, ग्लाइकोसाइड, ट्राइटरपीनोइड, फ्लेवोनोइड, पॉलीफेनोल, पॉलीसेकेराइड, आवश्यक तेल और भी बहुत कुछ।

Read this also – पित्तनाशक है फालसा

पोषण घटककीमत
ऊर्जा388 कैलोरी/100 ग्राम
नमी8-10%
कच्चा वसा3.7%
प्रोटीन25%
रेशा3-4%
कार्बोहाइड्रेट65%
कैल्शियम313 मिलीग्राम/100 ग्राम
सोडियम7.86 मिलीग्राम/100 ग्राम
पोटैशियम48.5 मिलीग्राम/100 ग्राम
ताँबा2.51 मिलीग्राम/100 ग्राम
मैगनीशियम43.9 मिलीग्राम/100 ग्राम
लोहा16.4 मिलीग्राम/100 ग्राम
सेलेनियम1.04 मिलीग्राम/100 ग्राम
मैंगनीज16.6 मिलीग्राम/100 ग्राम

विभिन्न भाषाओं में मखाने के नाम

(Name of Phool Makhana in Different Languages)

  • मखाना (phool makhana) का वानस्पतिक नाम Euryale ferox Salisb (यूराइआली फैरॉक्स) Syn-Euryale indica Planch. है,
  • यह Nymphaeaceae (निम्फिएसी) कुल का है।

Read this also – कच्ची कैरी / Green Mangoes Are Spreading Fragrance All Around

मखाना को दुनिया भर में निम्न नामों से भी जाना जाता हैः-

Fox nut in –

  •  Sanskrit– मखान्न, पद्मबीजाभ, पानीयफल, अंकलोड्य;
  •  Hindi– मखाना, मखान्ना;
  • Oriya– कंटपद्मा (Kantpadma);
  •  Urdu– मखाना (Makhana);
  •  Bengali– माखाना (Makhana);
  • Gujarati– मखाणा (Makhana);
  • Telugu– मेल्लुनिपदममु (Mellunipadmamu);
  • Nepali– मख्ना (Makhna);
  • Punjabi– जवेर (Jeweir);
  • Marathi – मखणे (Makhane), मखाणे (Makhane);
  • Malayalam– सीवसट (Sivsat);
  • Manipuri– थान्गजिन्ग (Thangjing)
  • English -गोरगोन फ्रूट (Gorgon fruits), प्रिकली वाटर लिलि (Prickly water lily), Fox nut (फॉक्स नट)
  • Arabic– मखाना लवाह (Makhana lawah);
  •  Persian– मुकरेष (Mukhresh), मुखरेह (Mukhareh)

क्या हैं फायद मखाने के (Makhana Benefits and Uses in Hindi)

मखाना (phool makhana) वैसे तो खाने में स्वादिष्ट होता है, लेकिन इसके अनगिनत फायदे भी होते हैं।

चलिये विस्तार से इसके बारे में जानते हैं-

अल्जाइमर रोग में (Makhana to protect from alzheimer)

  • मखाने में न्यूरो-सुरक्षात्मक प्रभाव हो सकते हैं यानी, यह तंत्रिका कोशिकाओं को अल्जाइमर रोग की तरह क्षति से बचा सकते हैं।
  • किम एट अल द्वारा एक अध्ययन। 2014 में पता चला मखाने में प्रोएन्थोसाइनिडिन होता है।
  • प्रोएन्थोसाइनिडिन मस्तिष्क की उम्र बढ़ाता है और संज्ञानात्मक हानि को कम कर सकता है।

Read this also सौंफ है स्वास्थ्य का सखा / Health Benefits Funnel Seeds

शुगर (मधुमेह) में (Makhana to Control  Diabetes)

  •  मखाने (fox nuts) की बिना चीनी की खीर बनाएं।
  • इसमें सालम मिश्री का चूर्ण डालकर खिलाएं।
  • इससे डायबिटीज में लाभ (makhane ke fayde) मिलता है।

प्रसव के बाद के दर्द में (Benefits of Makhana in Post Pregnancy Pain)

  • इसके विभिन्न पौष्टिक गुण प्रसव के असह्य दर्द से राहत दिलाने में मदद करते हैं।
  • मखाना के पत्तों को 10-15 मिली पानी में डालकर काढ़ा बना लें।
  • इसे पीने से प्रसव के बाद होने वाले दर्द से राहत मिलती है।
  • फेफड़ों के कैंसर में (Benefits of Makhana to Get Rid of lung cancer)
  • पूर्णिमा एट अल द्वारा एक अध्ययन। 2013 में पता चला कि मखाने फेफड़ों के कैंसर के खिलाफ काम कर सकते हैं।
  • मखाने में एक बायोएक्टिव यौगिक नेफेरिन होता है।
  • जो कैंसर पैदा करने वाली कोशिका (एपोप्टोसिस) को मार सकता है और उनके विकास को रोक सकता है।

कान दर्द में आराम (Benefits of Makhana to Get Rid of Ear Pain)

  •  मखाना के बीजों को पानी में उबालकर काढ़ा जैसा बना लें।
  • इस काढ़ा को एक या दो बूंद कान में डालें।
  • इससे कान दर्द कम हो सकता है।

गठिया के दर्द में (Makhana Benefits to Get Relief from Rheumatoid Makhana Benefits to Get Relief from Rheumatoid Arthritis)

  • मखाना पेड़ के पत्तों को पीसकर दर्द वाले जगह पर लगाएं।
  • इससे आराम  मिलता है।

Read this also – लाभ ही लाभ हैं तुलसी के

शरीर की जलन में (Makhana Benefits in Burning Sensation )

यदि आपको पैर या पैर के तलवे आदि में जलन की समस्या रहती है तो मखाने को दूध में मिलाकर पीएँ। परेशानी में आराम मिलता है।

शारीरिक कमजोरी में (Makhana Helps to Fight Weakness)

मखाना के बीजों का सेवन करने से शारीरिक कमजोरी दूर होती है।

दिल के लिए (Makhana Beneficial for Healthy Heart)

  • मखाना दिल के लिए फायदेमंद होता है।
  • इसके उचित मात्रा में सेवन से यह रक्त की आपूर्ति में सुधार करता है।
  • हृदयाघात जैसी गंभीर समस्याओं के रोकथाम में भी यह सहयोगी होता है ।

ब्लडप्रेशर नियंत्रित करने में (Makhana Beneficial to Control Blood Pressure)

इसमें सोडियम की मात्रा कम और पोटैशियम की मात्रा ज्यादा पायी जाती है जो उच्च रक्तचाप को कम करती है।

अनिद्रा कम करने में (Benefit of Makhana for Insomnia)

मखाने अपने गुरु और वातशामक स्वभाव के कारण नींद लाने में सहयोग करते हैं।

गुर्दे के लिए (Benefit of Makhana for Kidney)

यह गुर्दों की कार्य क्षमता को बढ़ा कर उनकी क्रिया को सामान्य बनाये रखने में मदद करता है।

गर्मी से दिलाये राहत (Benefit of Makhana to Get Relief from Hot)

मखानों में शीत (ठंडा) गुण होता है जो कि शरीर की गर्मी को शांत कर राहत दिलाता है।

मसूढ़ों के लिए (Makhana Beneficial for Gum)

  • मखाने मसूढ़ों से होने वाली ब्लीडिंग और सूजन को दूर करने में कर सकते हैं।
  • इसमें कषाय और शीत का गुण पाया जाता है जो कि खून को आने से रोकता है।

नपुंसकता से बचने में (Makhana Beneficial in Impotence)

  • मखाने का सेवन करने से पुरुषों की नपुंसकता में भी कुछ हद तक लाभ पहुँचाया जा सकता है।
  • इसमें वृष्य यानि अंदरूनी शक्ति बढ़ाने का गुण होता है।

Read this also – छोटी कोशिश, बड़े फायदे

झुर्रियों से छुटकारा पाने में (Use of Makhana for Wrinkle)

  • मखानों का सेवन झुर्रियों से छुटकारा पाने में भी सहयोग देता है।
  • इसमें स्निग्ध गुण होता है जो त्वचा में तैलीय तत्त्व बनाये रखने में सहयोग देता है, जो झुर्रियों को रोकने में मदद करता है ।

दस्त पर रोक (Makhana to Fight Diarrhoea in Hindi)

मखाना को घी में भूनकर खाने से दस्त से राहत मिलती है।

 मखाना के उपयोगी भाग (Useful Part of Fox Nuts)

आयुर्वेद में मखाना के पत्ते और बीज का प्रयोग औषधि के लिए किया जाता है।

मखाना का इस्तेमाल कैसे करें? (How to Use Makhana in Hindi?)

बीमारी के लिए मखाना का सेवन और इस्तेमाल कैसे करना चाहिए, इसके बारे में पहले ही बताया गया है। अगर आप मखाना के गुण से किसी ख़ास बीमारी का उपचार करना चाह रहे हैं तो आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह ज़रूर लें।

मखाना कहां पाया या उगाया जाता है (Where is Fox Nut Found or Grown?)

भारत, जापान और चीन में कमल के बीजों का बड़े पैमाने पर उत्पादन और खेती की गई है। लोटस फ़ूड को ‘पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ़ चाइना के स्वास्थ्य मंत्रालय’ द्वारा भोजन और औषधि के रूप में अनुमोदित किया गया है भारत में मखाना की खेती मुख्यतः जम्मू-कश्मीर तथा बिहार में की जाती है।

Read this also – दस्त के घरेलू उपचार/ home remedies for diarrhea

 कुछ आवश्यक जानकारी

1 खाने का सेवन सलाद में नियंत्रित मात्रा में किया जा सकता है। इन्हे भून कर या फिर चूर्ण बनाकर भी प्रयोग में लाया जा सकता है।

2 मखानों की तासीर ठंडी होती है। फिर भी इसका सेवन किसी भी मौसम में किया जा सकता है।

3 ये अच्छे पाचक होते हैं। साथ ही ये कार्बोहाइड्रेट्स, फाइबर्स और प्रोटीन्स से भरपूर होते हैं।

4 कमल के बीजों को पकाकर, कच्चा, पक्का या कच्चा खाया जा सकता है।

5 इसे भूनकर, पीसकर और उबालकर शरबत बनाकर उपयोग किया जा सकता है।

मखाने के सेवन में सावधानी 

इसके अत्यधिक सेवन से निम्नलिखित दुष्प्रभाव हो सकते हैं:

  • यदि आपको मेवों और बीजों से एलर्जी है, तो आपको मखाने से भी एलर्जी हो सकती है।
  • इसके कारण कब्ज, पेट फूलना और सूजन हो सकते हैं।
  • यदि आपको कमल के बीज के सेवन से कोई एलर्जी प्रतिक्रिया दिखाई देती है, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें।
  • अगर आपको हृदय संबंधी कोई बीमारी है, जैसे- अतालता (जिसमें दिल की धड़कनें तेज होती हैं) तो आपको सतर्क रहना चाहिए।
  • गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को मखाने का सेवन करते समय सावधान रहना चाहिए, क्योंकि ये शरीर में अत्यधिक गर्मी पैदा करते हैं जो हानिकारक हो सकते हैं।
  • बुजुर्गों और बच्चों को भी कमल के बीज का सेवन करने से पहले सावधान रहना चाहिए। 7

Read this also – कैसे बचें हार्ट में ब्लॉकेज से / How to avoid blockage in heart

यदि आपको पहले से कोई बीमारी है तो मखाने का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें। ड़ी मात्रा में कमल के बीज या कोई भी हर्बल सप्लीमेंट लेने से पहले आपको एक योग्य डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।

किसी योग्य डॉक्टर की सलाह के बिना चल रहे आधुनिक चिकित्सा उपचार को बंद न करें या उसके स्थान पर आयुर्वेदिक/हर्बल उपचार न लें।

 

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments