भरोसा ही है सबसे बड़ी पूंजी
पति-पत्नी का रिश्ता आपसी प्यार और भरोसे से बना होता है। दो अनजान लोग विवाह करके एक-दूसरे के साथ जीवन भर के लिए बंध जाते हैं। एक-दूसरे की कुछ आदतें उन्हें बहुत पसंद आती हैं तो कुछ बिल्कुल भी पसंद नहीं आतीं। समझौते और सामंजस्य से रिश्ता आगे बढ़ता है। पर जैसे ही उनका एक-दूसरे पर जो भरोसा है वह टूटता है तो रिश्ते में दरार पड़ जाती है। प्यार वहीं पनपता है जहां भरोसा होता है। यूं भी कह सकते हैं जहां अपनापन होता है, वहां भरोसा भी जन्म लेता है। जब भरोसे को ठेस पहुंचती है तो गृहस्थी की गाड़ी सही तरीके से नहीं चल पाती। दोनों में आपसी अविश्वास, असुरक्षा और आक्रामकता बढ़ जाती है। वे एक-दूसरे से उस श्रद्धा से प्रेम भी नहीं कर पाते जो उनके मन में पहले रहती थी।
भरोसा है तो रिश्ता है
शादी की नींव होती है भरोसा। शादी कोई मज़ाक नहीं है कि जिसे जब चाहा जिससे कर लिया और जब चाहा तोड़ दिया। यह कोई गुड्डे-गुड़िया का खेल नहीं होता।
टूटे भरोसे का असर परिवार पर
- टूटे भरोसे का असर दोनों के परिवारों पर भी पड़ता है। नाते-रिश्तेदार भी तनाव में आ जाते हैं।
बच्चे भी टूट जाते हैं
- इस टूटे हुए भरोसे वे तलाक लेते हैं तो भी बच्चों को उनका पूरा साथ नहीं मिल पाएगा।
- यदि उनके पेरेंटस तलाक नहीं लेते तो वही झगड़े, वही तनाव उनके परिवार में घर किये रहते हैं। अपने माता या पिता के साथ हुए धोखे से उनके दिमाग पर गलत असर पड़ता है।
- वे चिड़चिड़े, डरपोक या झगड़ालू किस्म के हो जाते हैं।
- वे अपने भविष्य के प्रति असुरक्षित महसूस करते हैं।
- उनमें प्रेम या अपनत्व की भावना कम हो जाती है।
सबसे ज्यादा घातक खुद के लिए
- आपसी भरोसे का टूटना सबसे ज्यादा उसी साथी के लिए घातक होता है जिसके साथ दगा होता है।
- चाहे वह पति हो या पत्नी, जो अपने जीवनसाथी के भरोसे को तोड़ता है, वही वास्तव में सज़ा का पात्र होता है।
- मजबूरी या गलतफहमी में हुआ धोखे से ज्यादा गलत जानबूझकर किया गया धोखा होता है।
सम्मान करें भरोसे का
- यदि आपका जीवनसाथी आप पर अंध भरोसा करता है तो उसका सम्मान करें।
- जब उनका विश्वास टूटता है तो उन्हें बहुत बड़ा आघात पहुंचता है।
- जब यह विश्वास बार-बार टूटता है तो फिर वह आक्रामक भी हो सकता है।
- हो सकता है कि वह कोमा में चला जाए या वह मरने मारने पर तुल जाये।
- जरा खुद को उसकी जगह पर रखकर देखें कि क्या आप सही कर रहे हैं। उसे धोखा देकर आपने कितना अच्छा काम किया है?
- पति-पत्नी के बीच जो विश्वास की डोर होती है वह सबसे नाज़ुक होती है। इसे टूटने से बचाएं।
- अपने जीवन साथी का भरोसा न तोड़ें, न ही उसके विश्वास को खुद भी ठेस पहुंचाएं।
बेवजह ना करें शक
- कुछ ऐसे पति या पत्नी होते हैं जो अपने जीवनसाथी पर बेवजह शक करने लगते हैं।
- कहीं भी किसी ने भी ज़रा से कान क्या भर दिए, अपना घर उजाड़ने में मिनटों भी नहीं लगाते।
- किसी के भी बहकावे में आकर अपने जीवनसाथी पर शक न करें। न ही उसे शक करने के लिए मजबूर करें।
- एक बार शक यदि दिमाग में घुस जाता है तो फिर वह कभी भी निकाला नहीं जाता।
- यदि आप उसके प्रति लापरवाह हैं तो संभल जाइये। आपको एक-दूसरे की ज़रूरत है।
- जरा उसे भी समय दें और अपने लिए उससे समय मांगें।
- कहीं ऐसा न हो कि आप दोनों के बीच में शंका और अविश्वास घुसपैठ बना लें।
- जो लोग अपने जीवनसाथी से धोखा करते हैं, वे अपने साथ भी धोखा करते हैं।
- उन्हें न तो घर में सच्चा प्यार हासिल हो पाता है, न बाहर।
- वे अपनी जीवनसाथी को धोखा नहीं दे रहे बल्कि अपने उज्ज्वल जीवन को भी समाप्त कर रहें हैं। अपने साथी के प्रति भरोसा बनाये रखें और एक निडर व खुशियों भरी जिंदगी बिताएं।