Saturday, September 13, 2025
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बाल दिवस इतिहास और महत्व

बाल दिवस इतिहास और महत्व
बाल दिवस इतिहास और महत्व

भारत में हर साल 14 नवंबर को बाल दिवस मनाया जाता है। इसके लिए, स्कूल विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं। इस दिन बच्चों को दावतें, उपहार और भी बहुत कुछ मिलता है।

बच्चे देश का भविष्य हैं और यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि उन्हें सही तरह की शिक्षा और स्वस्थ बचपन मिले। बाल दिवस पूरे विश्व में बच्चों के लिए उचित शिक्षा तक पहुंच के महत्व पर जागरूकता पैदा करता है। यह दिन देश के पहले प्रधान मंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती के रूप में मनाया जाता है। चाचा नेहरू के नाम से पुकारे जाने वाले जवाहरलाल नेहरू का बच्चों के साथ एक जीवंत रिश्ता था। उन्होंने ज्ञान की ताकत में भी विश्वास किया और सभी को शिक्षा के लिए जागरूकता पैदा की।

बच्चे बगीचे में कलियों की तरह/KIDS LIKE BUDS IN A BUSH

पंडित जवाहरलाल नेहरू ने एक बार कहा था, “बच्चे एक बगीचे में कलियों की तरह होते हैं और उन्हें सावधानीपूर्वक और प्यार से उनकी देखभाल की जानी चाहिए। क्योंकि वे राष्ट्र का भविष्य और कल के नागरिक हैं। जवाहरलाल नेहरू ने अपना पूरा जीवन बच्चों की शिक्षा और सामान्य विकास के लिए काम करते हुए बिताया।  उनका दृढ़ विश्वास था कि एक राष्ट्र केवल अपने युवाओं की भलाई का आश्वासन देकर ही सफल हो सकता है। पंडित नेहरू ने युवा दिमाग की क्षमता को विकसित करने के साधन के रूप में शिक्षा पर जोर दिया।  उनके गहरे स्नेह और बच्चों के प्रति प्रेम के कारण ही भारत में कई प्रसिद्ध शिक्षण संस्थान स्थापित हुए।

बच्चों को दें ये उपहार/ GIFTS TO GIVE KIDS

किताबें– ज्ञान का संसार किताबों में छुपा होता है। बच्चा जितना अधिक पढ़ता है, वह समय के साथ उतना ही परिपक्व होता जाता है। एक बच्चे को किताब उपहार में देना और उनमें पढ़ने की आदत डालना कुछ ऐसा है जो सभी माता-पिता को करना चाहिए।
कुछ बनाने की सीख दें– इस बाल दिवस पर आप अपने बच्चे को एक विशेष नुस्खा दे सकते हैं। उन्हें जीवन कौशल सीखने के महत्व की याद दिलाएं, जैसे कि खाना बनाना, और साथ में उनकी पसंदीदा तैयारी के साथ खाना बनाना।
पहेलियाँ- एक गहन पहेली के साथ उनके मन को छेड़ो। या अपने लिए एक बोर्ड गेम लें जिसका आप घर में सभी के साथ आनंद ले सकें।
गुल्लक– बच्चों को बचत का मूल्य सिखाना जरूरी है। इस बाल दिवस, उन्हें एक गुल्लक उपहार में दें और उन्हें सिखाएं कि वे उसमें से हर पैसा बचा सकते हैं। साल के अंत में, वे देख सकते हैं कि उन्होंने कितना बचाया।
पौधे– एक बच्चे को गमले में लगा पौधा उपहार में देने से उसे देखभाल करने, जिम्मेदारियों का निर्माण करने और जीवन को अपनाने के लिए सीखने का महत्व सिखाया जाएगा। वे यह भी देख सकते हैं कि कैसे उनकी देखभाल और स्नेह एक पौधे को स्वस्थ बना सकते हैं।

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पहले 20 नवंबर को मनाते थे बाल दिवस/EARLIER CHILDREN’S DAY WAS CELEBRATED ON 20 NOV

संयुक्त राष्ट्र द्वारा कहा गया था कि शुरुआत में 20 नवंबर को सार्वभौमिक बाल दिवस मनाया गया था, लेकिन 1964 में जवाहर लाल नेहरू का निधन हो गया और भारतीय संसद ने बाल दिवस के रूप में पहले प्रधान मंत्री के जन्म की तारीख को नामित करते हुए एक प्रस्ताव जारी किया।

बेहतर भविष्‍य के लिए निवेश करने का अर्थ है अपने बच्‍चों में निवेश करना यही कारण है कि हर साल 20 नवंबर को ‘वर्ल्ड चिल्‍ड्रेन्‍स डे’ मनाया जाता है ये दिवस दुनियाभर में एकजुटता को बढ़ावा देने, दुनिया के हर कोने में बच्‍चों की समस्‍याओं के बारे में जागरूक करने और बच्‍चों के कल्‍याण के उद्देश्‍य से मनाया जाता है संयुक्‍त राष्‍ट्र महासभा द्वारा निर्धारित गाइडलाइन को दुनिया के लगभग 191 देशों ने स्‍वीकार किया है और बच्‍चों के अधिकारों के प्रति देशों की जागरूकता जा‍हिर की है यूनिवर्सल चिल्‍ड्रेन्‍स डे से पहले 14 नवंबर को भारत में पंडित ज्‍वाहरलाल नेहरू की याद में ‘चिल्ड्रेन्स डे’ सेलिब्रेट किया जाता है इस दिन भी बच्‍चों से जुड़े कई मुद्दों को सुलझाने का प्रयास किया जाता है।

वर्ल्ड चिल्ड्रेन् डे का इतिहास/HISTORY OF WORLD CHILDREN’S DAY
इस दिन को यूनिवर्सल चिल्‍ड्रेन्‍स डे भी कहा जाता है यह स्पेशल डे हर वर्ष 20 नवंबर को पूरे विश्‍व में मनाया जाता है इस दिन की शुरुआत सन् 1954 में की गई थी इस दिवस कीपरिकल्‍पना वी.के कृष्‍णा मेनने ने की थी 20 नवंबर 1959 में संयुक्‍त राष्‍ट्र जनरल असेंबली ने पहली बार इन अधिकारों की घोषणा की थी वहीं 1989 में हुए सम्‍मेलन के दौरान संयुक्‍त राष्‍ट्र ने बाल अधिकारों को अपनाया था।

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यूनिवर्सल चिल्ड्रेन् डे का महत्/IMPORTANCE OF UNIVERSAL CHILDREN’S DAY
बाल दिवस इतिहास और महत्व
यूनिवर्सल चिल्‍ड्रेन्‍स डे दुनियाभर के बच्‍चों के विकास और कल्‍याण के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए यूनिसेफ संयुक्‍त राष्‍ट्र बाल कोष द्वारा किया गया सबसे बड़ा काम है जिसे पूरे विश्‍व में मनाया जाता है इस दिन बच्‍चों के अधि‍कारों और उनके स्‍वस्‍थ्‍य संबंधित मुद्दों पर चर्चाकीजाती है।
  • बच्चों के अधिकार
    बच्‍चों को भौतिक और आध्‍यात्मिक दोनों तरह से उसके सामान्य विकास के लिए आवश्‍यक‍साधन दिए जाने चाहिए।
    2 जो बच्‍चा भूखा है उसे खाना चाहिए, जो बच्‍चा बीमार है, उसकी देखभाल करनी चाहिए. जो बच्‍चा पिछड़ा है, उसकी मदद करनी चाहिए, अपराधी बच्‍चे को सुधारना चाहिए और अनाथ बच्‍चे को आश्रय देना चाहिए.।
    3 संकट के समय बच्‍चे को सभी ज़रूरी सुविधा मुहैया करानी चाहिए।
    4 बच्‍चे को आजीविका कमाने की स्थिति में उसे रखा जाना चाहिए और हर प्रकार के शोषण से उसकी रक्षा करनी चाहिए।
यूनिवर्सल चिल्ड्रेन् डे / UNIVERSAL CHILDREN’S DAY
‘समानता और समावेश कि किसी भी समाज, समुदाय और राष्‍ट्रीयता से संबंधित प्रत्‍येक बच्‍चा समान अधिकारों का हकदार है। ये विभिन्‍न सभ्‍यताओं के बच्‍चों के बीच होने वाले भेदभाव पर भी जोर देता है।
नीला रंग अधिकार का प्रतीक/BLUE COLOUR SYMBOL OF AUTHORITY

वर्ल्ड चिल्‍ड्रेन्‍स डे पर नीले रंग को बच्‍चों के अधिकारों का प्रतीक माना गया है।आप सभी 20 नवंबर को नीले कपड़े पहनकर अपना समर्थन दिखा सकते हैं बच्‍चों के बेहतर भविष्‍य के लिए इस दिन को सेलिब्रेट किया जाता है।

वो बचपन का जमाना था,

जो खुशियों का खजाना था…

चाचा नेहरू को सलाम
देते सुख शांति का पैगाम
याद आती हैं आपकी बातें
हमको बहलाती हैं आपकी यादें
हैप्‍पी चिल्‍ड्रेंस डे

 

यह लेख एक सामान्य जानकारी पर आधारित है लेख पसंद आए तो इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।अपने विचार और सुझाव कमेंटबॉक्स में जरूर लिखें।

– सारिका असाटी

 

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