Thursday, September 19, 2024
Google search engine
Homeविशेषत्योहारदिवाली पर इन अंधेरों में बिखेरें रोशनी

दिवाली पर इन अंधेरों में बिखेरें रोशनी

गरीब और जरूरतमंदों की करें मदद

भारत सरकार के आंकड़े के मुताबिक देश में 27 करोड़ से ज्यादा लोग आज भी गरीबी रेखा के नीचे हैं। दिवाली पर इनकी अंधेरी दुनिया में रोशनी बिखेरें। अपने गली-मुहल्ले में जहां भी आपको गरीब और जरूरतमंद लोग दिखें, उन्हें दिवाली के पर्व में थोड़ी मदद बिना मांगे करें, ताकि उनकी भी जिंदगी में यह त्यौहार कुछ रंगीनियां ला पाए।

  • दिवाली रोशनी का पर्व है। लेकिन सबके हिस्से में रोशनी आज भी नहीं है।
  • भारत सरकार के आंकड़े के मुताबिक देश में 27 करोड़ से ज्यादा लोग आज भी गरीबी रेखा के नीचे हैं।
  • ये कुल जनसंख्या का 22 फीसदी से ज्यादा हैं।
  • इन लोगों की तंगहाली ऐसी है कि ये गांवों में हर दिन अपने खर्च के लिए 26 रुपये नहीं जुटा पाते।
  • शहरों में इनके लिए 32 रुपये जुटा पाना मुश्किल होता है।
  • ऐसे में सोचा जा सकता है कि रोशनी  के पर्व दिवाली में इनकी दुनिया कितनी रोशन होती होगी?
  • इसलिए अपने गली-मुहल्ले में जहां भी आपको ऐसे लोग दिखें,
  • उन्हें दिवाली के पर्व में थोड़ी मदद बिना मांगे करें,
  • ताकि उनकी भी जिंदगी में यह त्यौहार कुछ रंगीनियां ला पाएं।

Read this also – फेस्टिव सीजन का ट्रेंड लहंगा-चोली/ Festive season trend lehenga-choli

  • हालांकि यह सही बात है कि पिछले कुछ सालों से देश में कई फाउंडेशन और संगठन इस कार्य में जुटे हैं।
  • ये खास तौर पर दिवाली के मौके पर ऐसे गरीब लोगों की मदद करते हैं। यह जरूरी भी है।
  • क्योंकि दिवाली हिंदुस्तान का एकमात्र ऐसा त्यौहार है जिसमें लोग अपनी खुशियों के लिए बेतहाशा खर्च करते हैं।
  • दिवाली सदियों से समृद्धि का सूचक और उत्सवधर्मिता से ओतप्रोत त्यौहार रहा है।
  • इस कारण हमेशा से ही दिवाली पर लोग खूब खर्च करते रहे हैं।
  • कामकाजी जीवन को भी इस तरह से डिजाइन किया गया है कि
  • कंपनियाँ दिवाली के त्यौहार पर लोगों को बोनस या अतिरिक्त त्यौहार भत्ता आदि देती हैं ताकि वे खुशी-खुशी त्यौहार मनाएं।
  • यही कारण है कि दो करोड़ केंद्र और राज्य सरकार के कर्मचारियों को दिवाली के मौके पर ही बोनस जैसा तोहफा मिलता है।

Read this also – दुनिया का सबसे बड़ा स्वर्ण मंदिर/ The world’s largest golden temple

  • प्राइवेट क्षेत्र में भी आमतौर पर दिवाली के समय कामगारों को तोहफे देने का चलन है।
  • लेकिन कई लोगों के हिस्से न कोई सरकारी नौकरी है, न प्राइवेट, न कोई कारोबार है, न कोई जमीन जायदाद।
  • ऐसे लोगों की जिंदगी में दिवाली के मौके पर भी अंधेरा छाया रहता है।
  • हिंदुस्तान में दिवाली के आसपास 80 हजार करोड़ से लेकर एक लाख करोड़ तक की त्यौहारी शॉपिंग होती है।
  • पर शॉपिंग के नाम पर ऐसे करोड़ों लोग हैं जिनके पास दस रुपये भी खर्च करने को नहीं होता।
  • अत: सबसे बड़े त्यौहार के मौके पर अपने इर्दगिर्द रह रहे ऐसे अभागे लोगों की जिंदगी में थोड़ी रोशनी जरूर लाने की कोशिश करें।
  • अगर आप इन लोगों की मदद करेंगे तो आपके त्यौहार का आनंद कहीं ज्यादा हो जायेगा।
  • इन जरूरतमंदों को आप मिठाई और फल दे सकते हैं, कपड़े व साड़ियां दे सकते हैं, सौंदर्य सामग्री दे सकते हैं।
  • बच्चों के लिए रेडीमेड कपड़े गिफ्ट कर सकते हैं।
  • त्यौहार के समय कुछ दिन अच्छे से कट जाएं, इसके लिए `फूड किट्स’ दे सकते हैं।

Read this also- नवरात्र में जाग्रत करें कुंडलिनी शक्ति

  • अगर संभव है तो कुछ कैश भी दे सकते हैं।
  • इस तरह अगर आप गरीब और जरूरतमंद लोगों को त्यौहार में छोटी आर्थिक मदद करते हैं तो इनका त्यौहार भी खुशी-खुशी कटेगा।
  • वैसे भी त्यौहार मिल-बांटकर मनाने का होता है।
  • अगर समाज में कुछ लोग त्यौहार की खुशियां मनायें और कुछ लोग अपने दुर्भाग्य का मातम मनाएं, तो उन लोगों की भी खुशियां आधी या बेमतलब हो जाती हैं,
  • दो सालों तक कोरोना की चपेट में रहे देश के गरीब लोगों को पहले से और कहीं ज्यादा गरीब कर दिया है।
  • तमाम लोग हैं जिन्हें कोरोना के पहले जो छोटी मोटी नौकरियां मिली हुई थीं, वह अब छूट गई हैं।
  • काम भी अब पहले से बहुत कम रह गया है। इसलिए आज की तारीख में ऐसे लोगों की मदद करना पहले से कहीं ज्यादा जरूरी है।

Read this also – भगवान श्रीगणेश असुरों के संहारक Bhagwan Shri Ganesh Destroyer of Demons

  • कोई समाज तभी एक खुश और खुशहाल समाज माना जाता है, जब उसके ज्यादातर लोग एक साथ खुशियां मनायें।
  • आप भी इस त्यौहार के मौके पर किसी जरूरतमंद की मदद करें और उसके चेहरे पर खुशी लाएँ।
  • यकीन मानिये आपको बहुत सुकून मिलेगा।
  • आज ऐसे बहुत से लोग हैं, जो त्यौहारों के समय अपने आसपास के गरीब लोग के चेहरे में खुशी की चमक लाने की कोशिश करते हैं।
  • शहरों में लोग त्यौहारों के मौकों पर गरीब बस्तियों में रहने वाले बच्चों को कपड़े देते हैं। जूते, चप्पल देते हैं।
  •  खिलौने देते हैं और उनके मां-बाप को हंसी-खुशी दिवाली मनाने के लिए मिठाई से लेकर पैसों तक की मदद करते हैं।
  • वास्तव में यही इस त्यौहार को मनाने का सबसे अच्छा तरीका भी है।

Read this also – भगवान श्री गणेश की आरती

 

यदि यह लेख पसंद आता है तो इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करें। अपने सुझाव और विचार कमेंट बॉक्स में लिखें।

 

 

RELATED ARTICLES

1 COMMENT

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments