
परिचय: गैजेट्स और हमारी सेहत (Introduction: Gadgets and Our Health)
आजकल हमारी दिनचर्या गैजेट्स के बिना अधूरी सी लगती है। स्मार्टफोन, टैबलेट, लैपटॉप, और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का इस्तेमाल हम हर दिन करते हैं। इनमें से कुछ गैजेट्स हमारे जीवन को सुविधाजनक बनाते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इनका अत्यधिक उपयोग हमारी सेहत पर क्या प्रभाव डाल रहा है? तकनीक और गैजेट्स के लगातार उपयोग ने न केवल हमारे जीवन को सरल बना दिया है, बल्कि यह हमारे शारीरिक स्वास्थ्य को भी गंभीर रूप से प्रभावित कर रहा है।
गैजेट्स का इस्तेमाल अब हर आयु वर्ग के लोग कर रहे हैं। चाहे वह युवा हों, अधेड़ हों या बच्चे, हर किसी के हाथ में स्मार्टफोन, लैपटॉप, या टैबलेट होता है। हालांकि इन गैजेट्स का उपयोग सुविधाजनक है, लेकिन इसके अत्यधिक इस्तेमाल से शरीर के विभिन्न अंगों में दर्द और अन्य शारीरिक समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि ये गैजेट्स किस प्रकार से हमारे स्वास्थ्य के लिए खतरे का कारण बन रहे हैं और इसके समाधान के क्या उपाय हो सकते हैं।
गैजेट्स से उत्पन्न होने वाली शारीरिक समस्याएं (Physical Problems Caused by Gadgets)
- गर्दन और कमर में दर्द (Neck and Back Pain)
गैजेट्स का अत्यधिक उपयोग करने से सबसे सामान्य समस्या गर्दन और कमर में दर्द की होती है। मोबाइल फोन, लैपटॉप और टैबलेट का इस्तेमाल करते समय लोग आम तौर पर झुके हुए स्थिति में रहते हैं, जिससे गर्दन और कमर पर दबाव पड़ता है। यह स्थिति लंबे समय तक बनाए रखने से मांसपेशियों में खिंचाव और दर्द हो सकता है।
विशेष रूप से “आईपैड नेक” और “ब्लैकबेरी थम” जैसी बीमारियां अब सामान्य हो गई हैं। इन समस्याओं का प्रमुख कारण है लगातार झुकी हुई स्थिति में बैठना और अत्यधिक समय तक गैजेट्स का उपयोग करना।
- अंगूठे में दर्द (Thumb Pain)
यदि आप लगातार स्मार्टफोन पर टाइप करते हैं या वीडियो गेम खेलते हैं, तो यह आपके अंगूठे में दर्द का कारण बन सकता है। यह समस्या “स्मार्टफोन थम” के नाम से जानी जाती है। बच्चों और युवाओं में यह समस्या अधिक पाई जाती है, खासकर जब वे दिन-रात मोबाइल गेम्स खेलते हैं।
- आंखों की समस्याएं (Eye Problems)
लंबे समय तक गैजेट्स का उपयोग करने से आंखों में सूजन, थकावट, और सूखापन हो सकता है। यह समस्या “कंप्यूटर विजन सिंड्रोम” (CVS) के रूप में सामने आती है। इस स्थिति में आंखों में जलन, धुंधली दृष्टि, और सिरदर्द जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। गैजेट्स की स्क्रीन पर लगातार देखने से आंखों में तनाव और अन्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

- कलाई और हाथों में दर्द (Wrist and Hand Pain)
कलाई में दर्द भी एक सामान्य समस्या है, जो लंबे समय तक स्मार्टफोन और टैबलेट का उपयोग करने से होती है। जब हम टाइप करते हैं या स्क्रीन पर स्वाइप करते हैं, तो हमारी कलाई पर दबाव बढ़ता है, जिससे दर्द और मसल्स के खिंचाव की समस्या हो सकती है।
Read this also – सर्दियों में मोजे पहनें/Wear socks in winter
गैजेट्स के स्वास्थ्य पर प्रभाव (Health Impact of Gadgets)
- मांसपेशियों में खिंचाव (Muscle Strain)
गैजेट्स का अत्यधिक उपयोग करने से मांसपेशियों में खिंचाव और दर्द हो सकता है। लगातार गलत पोजिशन में बैठने से हाथों, कंधों, और गर्दन की मांसपेशियां थक जाती हैं और लंबे समय तक खिंचाव से स्थायी दर्द उत्पन्न हो सकता है।
- अवसाद और मानसिक तनाव (Depression and Mental Stress)
गैजेट्स का अत्यधिक उपयोग मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है। सोशल मीडिया पर लगातार अपडेट्स देखना और मैसेजिंग करते रहना मानसिक तनाव और अवसाद का कारण बन सकता है। इसके अलावा, स्क्रीन टाइम की अधिकता से सोने की आदतों पर भी असर पड़ता है, जिससे नींद की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
- शारीरिक अक्षमता (Physical Disability)
अगर गैजेट्स के साथ अनावश्यक रूप से समय बिताया जाए तो यह शारीरिक अक्षमता का कारण भी बन सकता है। उदाहरण के लिए, अत्यधिक स्मार्टफोन इस्तेमाल करने से अंगूठे में स्थायी दर्द और समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जो शरीर के अन्य हिस्सों में फैल जाती हैं।
गैजेट्स के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभावों से बचने के उपाय (Ways to Avoid the Negative Health Effects of Gadgets)
- सही तरीके से बैठें (Sit Correctly)
गैजेट्स का उपयोग करते समय सही बैठने की मुद्रा बनाए रखना जरूरी है। हमेशा अपनी पीठ सीधी रखें और गर्दन को झुका कर न बैठें। इससे आपकी मांसपेशियों पर दबाव कम पड़ेगा और दर्द की समस्या से बचा जा सकता है।
- नियमित ब्रेक लें (Take Regular Breaks)
लंबे समय तक गैजेट्स का उपयोग करने से बचें। हर 30 से 40 मिनट में एक छोटा ब्रेक लें। उठकर थोड़ा घूमें, अपनी आंखों को आराम दें और हाथों और कलाई की स्ट्रेचिंग करें। यह मांसपेशियों को आराम देगा और दर्द से बचाएगा।
- गैजेट्स का सीमित उपयोग करें (Limit the Use of Gadgets)
गैजेट्स का उपयोग दिन में निर्धारित समय तक ही करें। यदि आपके पास स्मार्टफोन, टैबलेट, या लैपटॉप है, तो इनका उपयोग केवल आवश्यक कार्यों के लिए करें। इसका अत्यधिक इस्तेमाल सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है।
- अनुकूल गैजेट्स का चुनाव करें (Choose Ergonomic Gadgets)
ऐसे गैजेट्स का चुनाव करें जो शारीरिक रूप से आरामदायक हों। उदाहरण के लिए, स्मार्टफोन का उपयोग करते समय ऐसे फोन का चयन करें जिसमें टाइपिंग के लिए पूरी अंगुलियों का इस्तेमाल हो, बजाय अंगूठे के।
- स्क्रीन टाइम को नियंत्रित करें (Control Screen Time)
समय-समय पर स्क्रीन टाइम को नियंत्रित करें। बच्चों के लिए यह खासतौर पर महत्वपूर्ण है, क्योंकि उनका शरीर अभी विकासशील होता है और गैजेट्स का अत्यधिक उपयोग उनकी शारीरिक और मानसिक सेहत को प्रभावित कर सकता है।

गैजेट्स के उपयोग से जुड़े चिकित्सकों की राय (Doctors’ View on Gadget Usage)
चिकित्सकों का मानना है कि गैजेट्स के अत्यधिक उपयोग से शारीरिक समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, लेकिन इसके उपयोग से पूरी तरह से
परहेज करना आज के समय में संभव नहीं है। इसलिए चिकित्सक सुझाव देते हैं कि हमें गैजेट्स का इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतनी चाहिए। साथ ही, अपने शरीर के संकेतों को समझते हुए समय-समय पर आराम लेना चाहिए।
गैजेट्स का उपयोग जरूरी है, लेकिन हमें इसके सही उपयोग और सावधानी की आवश्यकता है। अत्यधिक स्क्रीन टाइम से बचने के लिए हमें अपनी दिनचर्या में छोटे-छोटे बदलाव करने होंगे, जैसे कि नियमित ब्रेक लेना और सही पोजिशन में बैठकर काम करना।
Read this also – कांच के बर्तनों की सफाई/Glass Utensils Cleaning
निष्कर्ष (Conclusion)
आज के डिजिटल युग में गैजेट्स का उपयोग हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुका है। हालांकि यह हमें सुविधाएं प्रदान करते हैं, लेकिन इनका अत्यधिक उपयोग हमारी शारीरिक सेहत पर बुरा असर डाल सकता है। गर्दन, कमर, कलाई, और अंगूठे में दर्द जैसी समस्याएं अब सामान्य हो गई हैं। इनसे बचने के लिए हमें गैजेट्स का उपयोग सही तरीके से करना चाहिए, नियमित रूप से ब्रेक लेना चाहिए, और शारीरिक गतिविधि को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाना चाहिए।
गैजेट्स से पूरी तरह से छुटकारा पाना संभव नहीं है, लेकिन सही तरीके से इनका इस्तेमाल करके हम अपनी सेहत को बेहतर बना सकते हैं।
यह लेख सामान्य जानकारी पर आधारित है लेख पसंद आये तो इसे ज़्यादा से ज्यादा शेयर करें। अपने विचार और सुझाव कमेंटबॉक्स में ज़रूर लिखे।

