Friday, September 12, 2025
Homeहेल्थकाजू के पोषक तत्व

काजू के पोषक तत्व

 

काजू के पोषक तत्व
काजू के पोषक तत्व
काजू क्या है? (What is Kaju)

काजू छोटा, लगभग 12 मी ऊँचा, मध्यम आकार का आम के वृक्ष के जैसा सदा हरा-भरा रहने वाला वृक्ष होता है। इसकी शाखाएं मुलायम होती है। काजू के वृक्ष की छाल से पीले रंग का निचोड़ या रस निकलता है। काजू का पत्ता कटहल के पत्ता जैसा होता है,किन्तु सुगन्धित होता है। इसके फूल छोटे, गुलाबी धारियों से युक्त, पीले रंग के  होते हैं, जिनमें सफेद गिरी होती है, इसे ही काजू कहते हैं। इसके ताजे फलों के रस से एक प्रकार का मद्य तथा फलों के छिलकों से काला व कड़वा रस युक्त तेल निकाला जाता है। यह तेल त्वचा में लगने से त्वचा पर फफोले पड़ जाते हैं।

काजू का औषधीय गुण (Medicinal Properties of Kaju) 

काजू के बारे में जितना बनायेंगे वह कम ही होगा। क्योंकि काजू पौष्टिकता से भरपूर होता है, और थोड़ा कड़वा, गर्म तथा वात-पित्त और कफ को करनेवाला होता है। इसके अलावा काजू  पेट के रोग, बुखार, कृमि, घाव, सफेद कुष्ठ, संग्रहणी (इरिटेबल बॉवल सिंड्रोम), पाइल्स तथा भूख न लगने जैसे बीमारियों में लाभप्रद होता है। इसका जड़ तीव्र विरेचक (शरीर से अवांछित पदार्थ निकलना) तथा  कमजोरी दूर करने में सहायक होता है। काजू की बीजमज्जा पोषक, मृदुकारी तथा विष को कम करने में मदद करती है।

काजू के फायदे (Benefits Of Kaju)

काजू प्रोटीन और ऊर्जा का स्रोत होने के साथ-साथ याद्दाशत बढ़ाने, सूजन कम करने और अर्थराइटिस का दर्द कम करने में मदद करता है। इसके अलावा भी काजू के बहुत सारे फायदे चलिये जिनके बारे में आगे विस्तार से चर्चा करते हैं-

दांत दर्द से राहत दिलाये काजू (Benefit of Kaju to Get Relief from Toothache)

अगर दांत दर्द से परेशान रहते हैं तो काजू का इस्तेमाल इस तरह से करने पर लाभ मिलता है। काजू का पत्ता एवं छिलके का काढ़ा बनाकर गरारा करने से दांत का दर्द कम होता है तथा दांत के जड़ में जो घाव होता है उससे भी राहत  मिलती है।

त्वचा संबंधी रोगों से दिलाये राहत काजू (Kaju to Treat Skin disease)

प्रदूषण के कारण त्वचा संबंधी बहुत तरह की बीमारियां होने लगी है।  काजू के शाखा को पीसकर लगाने से त्वचा संबंधी का समस्याओं से राहत मिलती है।

काजू के पोषक तत्व

शरीर में एनर्जी बनाये रखने में काजू फायदेमंद (Cashew Beneficial to Boost Energy)

काजू का सेवन आपकी एनर्जी को बनाये रखने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है क्योंकि आयुर्वेद के अनुसार काजू में वृष्य और धातुवर्धक गुण होते है जिससे  शरीर को उचित मात्रा में पोषण तत्त्व मिलता है। यह शरीर में बल प्रदान करने में सहयोगी होते हैं।

पाचन तंत्र के अस्वस्थ होने के कारण शरीर में आम बनना शुरू हो जाता है जो कि रक्तवाहिनियों में जमा होना शुरू होता है और कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्या को उत्पन्न करता है। काजू में उष्ण गुण होने के कारण यह पाचन को स्वस्थ बनाता है जिससे आम के बनने को रोका जा सके साथ ही यह रेचक होने के कारण शरीर में पहले से बने हुए आम को पूरी तरह से बाहर निकालने में भी मदद करता है।

Read this also – बनें स्मार्ट पैरेंट्स / Be smart parents

हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायक काजू (Cashew Beneficial to Strength Bones)

एक रिसर्च के अनुसार काजू में कैल्शियम की उचित मात्रा पायी जाने के कारण यह हड्डियों की मजबूत करने में मदद करता है।

पाचन शक्ति को बेहतर बनाने में मददगार काजू (Cashew Beneficial in Healthy Digestive System)

काजू में उष्ण गुण होने के कारण यह मंदाग्नि को दीप्त कर पाचन शक्ति को बढ़ाने में मदद करता है। इससे खाना हजम होने के साथ-साथ शरीर को पोषण मिलता है।

मधुमेह के इलाज में काजू फायदेमंद (Cashew Beneficial to Treat Diabetes)

मधुमेह के लक्षणों को कम करने  में काजू का सेवन फायदेमंद होता है क्योकि एक रिसर्च के अनुसार ये सीरम में इन्सुलिन के लेवल की नियंत्रित करने में मदद करता है।

खून बढ़ाने में लाभकारी काजू (Cashew Beneficial to Treat Anemia)

काजू में आयरन की उचित मात्रा पायी जाती है जिसके कारण यह खून बढ़ाने में भी मदद करता है। इससे एनिमिया जल्दी ठीक होने में मदद मिलती है।

बालों की खोई हुई रौनक लौटाने में मददगार काजू (Cashew Beneficial for Shiny Hair)

काजू में स्निग्ध गुण पाए जाने के कारण यह बालों की चमक को बढ़ाने में भी मदद करता है। बालों को सेहतमंद बनाये रखने में काजू का सेवन लाभकारी होता है।

वजन घटाने में फायदेमंद काजू (Cashew Beneficial in Weight)

काजू में रेचक गुण पाए जाने के कारण यह शरीर से विषैले पदार्थों जैसे आम को बाहर निकालने में मदद करता है जिससे वजन घटने में भी मदद मिलती है।

थकान दूर करने में काजू का सेवन फायदेमंद (Cashew Beneficial to Recover Body from Tiredness)  

काजू का सेवन करने से ये थकान को दूर करने में मदद करता है क्योंकि आयुर्वेद के अनुसार इसमें वृष्य और धातुवर्धक गुण पाये जाते है जो कि शरीर के ऊर्जा को बढ़ाकर थकान को दूर करने में मदद करते है।

काजू का उपयोगी भाग (Useful Parts of Kaju)

काजू के फल, त्वचा, जड़, बीजपत्र तथा पत्ते के तेल का इस्तेमाल औषधि के रूप में  किया जाता है।

काजू का सेवन कैसे करना चाहिए (How to Consume Kaju)

बीमारी के लिए काजू के सेवन और इस्तेमाल का तरीका पहले ही बताया गया है। अगर आप किसी ख़ास बीमारी के इलाज के लिए काजू का उपयोग कर रहे हैं तो आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह ज़रूर लें।

चिकित्सक के परामर्श के अनुसार

-10-20 ग्राम बीजफल का सेवन कर सकते हैं।

Read this also – भारतीय पारंपरिक साड़ी

काजू के सेवन से दुष्प्रभाव (Side Effects of Kaju)

काजू के सेवन के फायदे जितने है उतने ही इसके साइड इफेक्ट्स भी है। काजू के  छिलकों का तेल बहुत जलन पैदा करने वाला तथा फफोला उत्पन्न करने वाला होता है। अत: इसका प्रयोग सावधानीपूर्वक करना चाहिए। इसके अलावा  पित्त-प्रकृति वाले व्यक्तियों को इसका सेवन अत्यधिक मात्रा (kaju benefits and side effects) में नहीं करना चाहिए।

काजू कहां पाया और उगाया जाता है (Where is Kaju Found or Grown)

मूलत दक्षिण (उष्णकटिबंधीय) अमेरिका एवं उत्तर-पूर्वी ब्राजील में प्राप्त होता है। भारत में प्रथम बार 16 वीं सदी में गोवा में पुर्तगाली व्यापारी इसको लेकर आए। भारत के पश्चिमी तट पर विशेषत गोवा, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडू, केरल, आंध्रप्रदेश, उड़ीसा, पश्चिम-बंगाल एवं अन्य क्षेत्रों में इसकी खेती की जाती है।

यह लेख सामान्य जानकारी पर आधारित है लेख पसंद आये तो इसे ज़्यादा से ज्यादा शेयर कर्रे| अपने विचार और सुझाव कमेंटबॉक्स में ज़रूर लिखे|

– सारिका असाटी
RELATED ARTICLES
- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments