Monday, October 13, 2025
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करवा चौथ की थाली/Karva Chauth ki thali

 

करवा चौथ की थाली/Karva Chauth ki thali
करवा चौथ की थाली/Karva Chauth ki thali

कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाने वाला करवा चौथ का व्रत बस आने वाला है। ये व्रत हिंदू धर्म के प्रमुख व्रत-त्योहारों में से एक है। इस दिन भगवान गणेश, मां पार्वती, भगवान शिव, चंद्र देव और करवा माता की पूजा की जाती है। इस साल ये व्रत 10 अक्टूबर के दिन किया जाएगा। कार्तिक मास के दिन विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए पूरे दिन बिना कुछ खाए और पिए व्रत करती हैं। चंद्रमा की पूजा कर, उन्हें अर्घ्य देती हैं और उसके बाद पति के हाथ से पानी पीकर व्रत का पारण करती हैं।

ये व्रत सिर्फ धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि ये पति-पत्नी के रिश्ते में एक-दूसरे के प्रति सम्मान और प्रेम का अनूठा संगम है। ये व्रत पति-पत्नी के रिश्ते में विश्वास और समर्पण का प्रतीक माना जाता है। इस दिन महिलाएं अपने सुखी दांपत्य जीवन और पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला उपवास करती हैं। इस दिन जो पूजा की थाली पत्नियां तैयार करती हैं, उसमें कुछ चीजों का होना बहुत जरूरी होता है। इन चीजों के बिना करवा चौथ की पूजा अधूरी मानी जाती है।

करवा

करवाचौथ की पूजा की थाली में करवा सबसे जरूरी होता है। करवा मिट्टी, तांबे या किसी अन्य धातु का छोटा कलश होता है। इसमें जल भरा जाता है, जिससे चंद्रमा को अर्घ्य दिया जाता है। करवा शुभता और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। इसलिए करवा चौथ की पूजा की थाली में यह बहुत महत्वपूण होता है।

छलनी

करवा चौथ के दौरान छलनी का बहुत महत्व होता है। महिलाएं छलनी से चांद को देखने के बाद अपने पति को देखती हैं। इस तरह उनका व्रत पूर्ण माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि छलनी में हजारों छेद पति की लंबी उम्र और ढेरों आशीर्वादों का प्रतीक हैं।

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सिंदूर

सिंदूर को भारतीय संस्कृति में सुहागिन महिलाओं के सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। करवा चौथ की पूजा में सिंदूर का होना अनिवार्य है। पूजा के समय महिलाएं अपनी मांग में सिंदूर भरती हैं और इसे देवी-देवताओं को अर्पित करती हैं।

दीया

करवा चौथ की थाली में आटे का दीया का होना भी बेहद जरूरी है। इस पूजा में महिलाएं छलनी पर दीया रखती हैं और उसमें से अपने पति को देखती हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, दीये की रोशनी रिश्तों के अंधेरे को दूर कर उन्हें प्यार और विश्वास से भर देती है।

रोली, हल्दी और अक्षत

करवा चौथ की पूजा की थाली में रोली, हल्दी और अक्षत को जरूर होना चाहिए। माना जाता है कि ये देवी-देवताओं को अर्पित करने से उनका आशीर्वाद मिलता है। पति को तिलक लगाने के लिए भी ये जरूरी है। अक्षत शुभता और समृद्धि का प्रतीक है। चंद्रमा को अर्घ्य देते समय उन्हें अक्ष्त भी अर्पित किया जाता है।

करवा चौथ की थाली/Karva Chauth ki thali

करवा चौथ व्रत का महत्व

ये व्रत पति-पत्नी के रिश्ते में विश्वास और समर्पण का प्रतीक माना जाता है। इस दिन महिलाएं अपने सुखी दांपत्य जीवन और पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला उपवास करती हैं। इस व्रत में प्रेम और आस्था का अद्भुत संगम देखने को मिलता है। ये व्रत श्रद्धा, विश्वास और सच्ची आस्था के साथ करने पर जीवन में खुशियां और सौभाग्य लेकर आता है।

गलती से खंडित हो जाए व्रत तो क्या करें?

करवा चौथ बहुत महत्वपूण व्रत है और गलती से भी इस खंडित नहीं होना चाहिए। ये व्रत कभी किसी कारणवश अगर खंडित हो जाता है, तो उसके लिए यहां बताए उपाय आप अपना सकती हैं। व्रत खंडित होने पर तुरंत स्नान करें और साफ कपड़े पहनें। भगवान शिव, मां पार्वती, भगवान गणेश और चंद्रदेव से क्षमा मांगे, उनके सामने दीपक जलाएं और पुन: व्रत का संकल्प लेकर फिर से उपवास शुरू करें। इसके अलावा, 16 श्रृंगार की सामग्री दान करने से व्रत टूटने के दोष से बचा जा सकता है और दांपत्य जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।

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बिना सरगी खाए व्रत शुरू न करें

करवा चौथ का व्रत सुबह सरगी खाकर ही शुरू किया जाता है। सरगी में फल, मिठाई, सूखे मेवे और पानी जैसी चीजें शामिल होती हैं। बता दें, सरगी करवा चौथ के व्रत का अहम हिस्सा होता है और इसे बिना खाए यह व्रत अधूरा माना जाता है।

निर्जला व्रत करना

यह व्रत निर्जला किया जाता है। दिन में प्यास लगने पर गलती से भी पानी न पिएं। बहुत प्यास लगने ठंडे पानी से हाथ-मुंह धो सकती हैं। व्रत के दौरान पानी पीने से व्रत खंडित हो जाता है।

करवा चौथ की थाली/Karva Chauth ki thali

काले और सफेद रंग से बचें

करवा चौथ के दिन लाल, गुलाबी, पीले रंग के ही कपड़े पहनने चाहिए। इस दिन काले और सफेद रंग के कपड़े पहनना अशुभ माना जाता है।

कैंची, सुई, चाकू के इस्तेमाल से बचें

इस व्रत के दिन कैंची, सुई, चाकू जैसी नुकीली वस्तुओं का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। माना जाता है कि इन चीजों का इस्तेमाल करने से व्रत का फल कम हो जाता है।

गलती से भी किसी की बुराई न करें

करवा चौथ व्रत के दिन मन को शांत रखना चाहिए। इस दिन किसी से झगड़ा न करें और न किसी की बुराई करें। पति-पत्नी रिश्ते में मधुरता बनाए रखें।

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– सारिका असाटी

 

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