Saturday, September 13, 2025
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ऐसे करें साड़ियों का चुनाव/ Selection of Sarees

कब-कब पहनें, कैसी साड़ी

जो साड़ी स्त्री की सुन्दरता में चार-चांद लगाती है, उसी का गलत चुनाव हंसी का पात्र भी बना सकता है। इसलिए साड़ी का चुनाव करते समय मौसम, उम्र, ओहदे, शारीरिक बनावट और रूपरंग का ध्यान रखें।

  • स्रियों के साथ साड़ी का वैसा ही अटूट संबंध है जैसे फूल और सुगंध का। फूल का सौंदर्य सुगंध से पूर्णता पाता है और स्त्री का साड़ी से।
  • साड़ी एक ऐसा परिधान है जिसे हर उम्र की और हर प्रकार की महिला आसानी से पहन सकती है।
  • शारीरिक सुंदरता को बढ़ाने और कमियों को ढांक लेने में साड़ी की मुख्य भूमिका रही है।

  • फैशन के इस बदलते दौर में भी साड़ी महिलाओं को सहज ही अपनी ओर आकार्षित कर लेती है।
  • एक जमाना था जब साड़ियां बड़े प्रेम से और काफी मेहनत से करघे पर बुनी जाती थी।
  • परन्तु आज के मशीनी युग में हजारों-लाखों तरह की साड़ियां बाजारों में उपलब्ध हैं।
  • ऐसे में अपनी पसंद की किसी एक साड़ी का चुनाव करना कठिन है।
  • क्योंकि जो साड़ी स्त्री की सुन्दरता में चार-चांद लगाती है, उसी का गलत चुनाव उन्हें हंसी का पात्र भी बना सकता है।
  • अतः साड़ी की खरीदारी के समय मौसम, उम्र, ओहदे, शारीरिक बनावट और रूपरंग का ध्यान रखना बेहद आवश्यक है।
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उत्सवों पर साड़ी

  • शादी-विवाह और रिश्तेदारों के यहां किसी उत्सव पर महंगी, तड़क-भड़क वाली साड़ी सही होती है।
  • बनारसी साड़ी, कामदार एवं जरी वाली साड़ियां इन अवसरों के लिए काफी उपयुत्त रहती हैं।
  • रात के समय होने वाली पार्टियों में चमकीली और भारी साड़ी ज्यादा अच्छी लगती हैं।
  • जन्मदिन की पार्टी या दिन में होने वाली अन्य पार्टियों में हल्के कामदार और कम जरी वाली साड़ियों का ही चुनाव करें।
  • सामाजिक समारोहों में तथा अध्ययन कार्य करने वाली महिला को सूती, खादी और सिल्क की साड़ी ही पहननी चाहिए।
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  • समाजसेवी महिलाओं पर सफेद खद्दर, सूती या तांत की साड़ियां ज्यादा जंचेंगी।
  • ये तो थीं विभिन्न अवसरों पर पहनी जानेवाली साड़ियां।
  • परन्तु अब आपको साड़ी के चुनाव से पहले मौसम का भी ध्यान रखना चाहिए।

मौसम के अनुकूल साड़ियाँ

  • हमारे देश में मौसम हमेशा एक समान नहीं रहता।
  • ऐसे में बदलते मौसम के अनुरूप वस्त्रों का चयन करना भी बेहद जरूरी है।

ग्रीष्म ऋतु में

  • गर्मी का मौसम हमारे जीवन को अस्त-व्यस्त कर देता है।
  • सूर्य की प्रखर किरणें और गर्म हवाएं शरीर को झुलसाती रहती हैं।
  • शरीर धूल, गंदगी और पसीने में लथपथ हो जाता है।
  • ऐसे मौसम में ऐसे प्रिंट और रंगों के वस्त्र पहनें जो शरीर के साथ-साथ आंखों को भी शीतलता प्रदान करें।
  • शरीर को आराम देने के साथ-साथ पसीने को भी सोख लें।
  • इस मौसम में भारी साड़ी का प्रयोग बंद कर देना ही बेहतर होता है।
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  • दिन के समय में हल्की नीली, हल्की पीली, बादामी, गुलाबी, हल्की हरी, सफेद और हल्की नारंगी साड़ी का प्रयोग ज्यादा करें।
  • शाम के समय में आप गहरे रंग की साड़ी पहन सकती हैं।
  • प्रिंटेड सूती चिनान, शिफान, जार्जेट, क्रेप और चंदेरी की साड़ियां भी गर्मी में पहनी जा सकती हैं।
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वर्षा ऋतु में

  • बरसात का मौसम वैसे तो बहुत सुहावना होता है।
  • कवियों की अधिकांश कविताएं इसी मौसम में जन्म लेती हैं।
  • परन्तु इस मौसम में शरीर चिपचिपा हो जाता है।
  • जब तब भीगने का खतरा रहता है और रास्ता कीचड़ से भरा रहता है।
  • ऐसे में नायलोन की साड़ी बहुत ही उपयुक्त रहती हैं।
  • ये साड़ियां जल्दी ही सूख जाती हैं तथा कीचड़ का दाग भी जल्द ही निकल जाता है।
  • नायलोन के अतिरित्त हल्की सिंथेटिक साड़ियां भी सुविधाजनक होती हैं। इस मौसम में कुछ चटकदार रंगों, जैसे- चंपई, हरा, सतरंगी और लाल की साड़ियाँ अच्छी लगती हैं।

 

शीत ऋतु में

  • जाड़े का मौसम सबसे अच्छा होता है।
  • इस मौसम में हर प्रकार के वस्त्र शरीर पर जंचते हैं।
  • फिर भी इस मौसम में गहरे रंग, प्रिंटेड, बॉर्डरयुत्त, सिल्क व जरी की साड़ियां अच्छी रहती हैं।
  • साड़ियों से ही मैच खाते या विपरीत रंगों के गरम स्वेटर, शॉल का इस्तेमाल आपकी सुन्दरता में चार चांद लगा सकता है।

शारीरिक बनावट और रूपरंग के अनुसार चयन

  • साड़ियों के चुनाव में शारीरिक बनावट और रूपरंग का ध्यान रखना भी बहुत जरूरी है।

छोटा कद

  1. यदि आपका कद छोटा है तो खड़ी धारियां, छोटे प्रिंट, छोटे चैक एवं छोटे किनारों की साड़ियां ही प्रयोग में लाएं।

लम्बा कद

  • इसके विपरीत अगर आप लम्बे कद की दुबली-पतली महिला हैं तो आड़ी धारियों वाली साड़ी पहनें।
  • बॉर्डर, फूल-पत्तेदार, बड़े चेक और चौड़े बॉर्डर की साड़ियों का इस्तेमाल करें।

दुबली काया

  • दुबलापन छिपाने के लिए कलफयुत्त और मोटी तथा फूली-फूली साड़ी प्रयोग में लायें।

बड़ी उम्र

  • बड़ी उम्र की महिलाएँ शालीन और सादे वस्त्रों का चुनाव करें।

गौर वर्ण

  • गोरा रंग हमारे देश में सुन्दरता का प्रतीक समझा जाता है।
  • इस वाली महिलाओं पर सभी रंग के कपड़े अच्छे लगते हैं।
  • भड़कीला गुलाबी, चम्पई, गहरा लाल, हरा, काला, मैरून तथा बैंगनी जैसे गहरे रंग के साथ हल्के नीले, पीले रंग गोरी त्वचा पर खिल उठते हैं।

अन्य एक्सेसरीज का चुनाव

  • साड़ी के सही चुनाव के बाद मैचिंग पेटीकोट और फैशन के अनुरूप ब्लाउज वा भी चयन करें।
  • आजकल डिजाइनर ब्लाउज ज्यादा प्रचलन में हैं।
  • इसके अतिरित्त मैचिंग चूड़ी, चप्पल, बिन्दिया आदि का इस्तेमाल करना भी बहुत जरूरी है।
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