Friday, September 20, 2024
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उगादी सिर्फ उत्सव नहीं, स्वास्थ्य की सार-संभाल का अवसर भी है

हिन्दू पंचांग के अनुसार नव संवत्सर का आगाज़

हिन्दू पंचांग के अनुसार नव संवत्सर का आगाज़ हो रहा है। इस दिन को महाराष्ट्र में गुड़ी पड़वा के रूप में तो दक्षिण भारत में फसल काटने की खुशी में उगादी पर्व के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर एक विशेष व्यंजन बनाया जाता है, जिसे उगादी पचड़ी कहते हैं। इस व्यंजन के पारंपरिक महत्व के साथ ही कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं। उगादी पचड़ी में 6 अलग-अलग फ्लेवर मिलाए जाते हैं जिनके अपने स्वास्थ्य लाभ हैं। इसके सेवन से इम्यूनिटी तो बढ़ती ही है, साथ ही और भी कई बीमारियों से छुटकारा मिलता है। उगादी पचड़ी में नीम, कच्चा आम, इमली, गुड़ आदि मिलाए जाते हैं जिससे खट्टा-मीठा स्वाद आता है। इसे लोग लू से बचने के लिए भी गर्मी के दिनों में पीते हैं। इसे खाली पेट और खाने के साथ दोनों तरह से लिया जाता है। आइए जानते हैं कि उगादी पचड़ी बनाई कैसे जाती है और इसके सेवन से क्या फायदे होते हैं-

बनाने की विधि

नीम, गुड़ और आम की पारंपरिक पचड़ी

सामग्री: उगादी पचड़ी बनाने के लिए एक कप गुड़, थोड़ी इमली, एक कप कच्चा आम, 1 संतरा, लाल मिर्च पाउडर, हरी मिर्ची, नमक, नीम का पाउडर या नीम के फूल, पका केला, दालचीनी, घिसा हुआ नारियल, किशमिश और पानी की जरूरत होगी।

विधि –  गुड़ का पाउडर बना लें। फिर उसमें संतरे का रस मिला दें। कच्चे आम को बिल्कुल छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें। उसमें इमली का रस मिला लें। अब इसमें स्वादानुसार बारीक कटी हरी मिर्च, केला और नीम के पाउडर या फूल  मिश्रण में मिला दें। केले को मैश करने के बजाय छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर डालें। बाकि मसाले डालकर तैयार मिश्रण में एक कप पानी डालें। सारी चीजों को अच्छी तरह मिला लें। उगादी पचड़ी तैयार है। कटोरी या गिलास में निकाल कर सर्व करें।
पचड़ी में प्रयुक्त सामग्रियाँ इसे एक स्वास्थ्यवर्धक औषधी बना देती हैं।

पचड़ी के फायदे

नीम

  • नीम अपने आप में एक औषधि है। उसकी शाख, पत्ती या फूल सभी स्किन इन्फेक्शन और वायरल फीवर के लिए लाभकारी होते हैं।
  • नीम का सेवन डायबिटीज़, मलेरिया जैसी बीमारियों के लिए अच्छा होता है। नीम, आम और इमली का मेल इम्यूनिटी बूस्टर होता है।
  • नीम के सेवन से पेट की कृमियाँ खत्म होती हैं।

कच्चा आम

  • कच्चा आम धमनियों को लचीला बनाता है।
  • कच्चे आम से पित्त स्त्रावित होता है, जिससे बैक्टीरियल इंफेक्शन दूर होता है और ये लीवर को डिटॉक्सीफाई करता है।
  • कच्चा आम एसिडिटी और डाइजेशन के लिए भी अच्छा होता है।

गुड़

  •  गुड़ लीवर को डिटॉक्सीफाई करता है।
  •  गुड़ एंटी-ऑक्सीडेंट होता है। इससे इम्यूनिटी मजबूत होती है।
  •  गुड़ स्किन इन्फेक्शन से बचाचा है।

इमली

  • इमली डाइजेशन को अच्छा रहती है।
  •  यह पेट दर्द या सूजन की शिकायत दूर करती है।
  •  बढ़े कोलेस्ट्रॉल लेवल को बैलेंस करती है।
  •  स्किन इंफेक्शन है तो आपको इमली का सेवन करना चाहिए।

इस मौसम में उगादी पचड़ी एक स्वास्थ्यकारी व्यंजन है। विभिन्न संक्रमणों के इस दौर में आपको इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए इसका सेवन अवश्य करना चाहिए।

 

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