
दीपोत्सव में अयोध्या ने एक बार फिर कीर्तिमान रचा है। 25.12 लाख दीप जलाकर विश्व रिकॉर्ड बनाया गया है। वहीं इस बार दीपोत्सव समाप्त होने के बाद राम की पैड़ी की सफाई व्यवस्था भी हर साल के मुकाबले बहुत ही बेहतर रही। नगर निगम की ओर से दीप जलाये जाने के बाद राम की पड़ी के घाटों की सफाई, दीया,बाती उठाने के लिए 1000 कर्मी लगाए गए थे।
दीप जलने के बाद लेजर शो, प्रोजेक्शन मेपिंग का देर रात जैसे ही समापन हुआ। रात 11:00 बजे से नगर निगम की ओर से लगाए गए सफाई कर्मियों ने सफाई का काम शुरू कर दिया। राम की पड़ी के सभी 55 घाटों पर पूरी रात सफाई का काम चला। जिसका प्रभाव यह रहा कि इस बार किसी भी घाट पर दिए बिखरे नहीं दिखाई पड़े, ना ही किसी भी घाट पर तेल पड़ा मिला।दीपोत्सव 2024 का अवलोकन
अवसर/OPPURTUNITY
यह पर्व अयोध्या में मनाया जाता है, जो भगवान राम के 14 वर्ष के वनवास के बाद अयोध्या लौटने की खुशी में आयोजित होता है।
विशेष महत्व/ SPECIAL IMPORTANCE
इस वर्ष का उत्सव खास महत्व रखता है क्योंकि यह राम लला की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह के बाद का पहला दीपोत्सव है, जो अयोध्या मंदिर में आयोजित किया गया था।
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रिकॉर्ड-ब्रेकिंग उपलब्धियाँ/ RECORD BREAKING ACHIEVMENTS
अयोध्या ने दो गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए हैं तेल के दीपों का सबसे बड़ा प्रदर्शन: सरयू नदी के किनारे कुल 25,12,585 दीयों को जलाया गया।
एक साथ ‘दीया’ घुमाने वाले सबसे अधिक लोग: इस पारंपरिक अनुष्ठान में हजारों लोगों ने भाग लिया।
प्रमाणपत्र प्रस्तुति/CERTIFICATE PRESENTATION
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड प्रमाणपत्र प्राप्त किए, जिसमें केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक भी उपस्थित थे।
उत्सव की प्रमुख विशेषताएँ/HIGHLIGHTS OF THE FESTIVAL
सजाए गए घाट और नदी के किनारे: हजारों दीयों ने सरयू नदी के किनारे एक अद्भुत दृश्य बनाया।लेजर, लाइट, और साउंड शो: शानदार लेजर और लाइट प्रदर्शन और साउंड-एंड-लाइट प्रस्तुतियों ने राम लीला के क्षणों को प्रस्तुत किया।ड्रोन शो और आतिशबाज़ी: इसने उत्सवों को और बढ़ाया और पारंपरिक समारोहों में आधुनिकता का स्पर्श जोड़ा।
संस्कृतिक और धार्मिक महत्व/ CULTURAL AND RELIGIONAL SIGNIFICANCE
सूचना और पर्यटन विभाग द्वारा तैयार किए गए 18 भव्य में भगवान राम के जीवन के महत्वपूर्ण क्षणों को दर्शाया गया।
- प्रतीकात्मक जुलूस: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगवान राम, सीता, और लक्ष्मण का चित्रण करने वाले कलाकारों के साथ रथ जुलूस का नेतृत्व किया, जो भगवान राम के अयोध्या लौटने का प्रतीक था।
- उपस्थित सम्मानित व्यक्ति: केंद्रीय मंत्री शेखावत और उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य ने उत्सव में भाग लिया।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का संबोधन/ADDRESS OF CHIEF MINISTER YOGINATH
मुख्यमंत्री योगी ने संपूर्ण धर्म के पुनरुत्थान पर जोर देते हुए कहा, “अयोध्या चमक रही है, जो संपूर्ण धर्म के revival का प्रतीक है।” उन्होंने अयोध्या और काशी को भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक पुनर्जागरण के उदाहरण के रूप में प्रस्तुत किया। उन्होंने चेतावनी दी कि जो प्रगति का विरोध करेंगे, उन्हें परिणाम भुगतने होंगे, और राज्य की माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात की।
संपूर्ण धर्म में विश्वास/BELIEF IN TOTAL RELIGION
मुख्यमंत्री योगी ने आठ साल पहले की प्रारंभिक उत्सवों को याद किया, जब भीड़ ने राम मंदिर के निर्माण की मांग की थी। उन्होंने लोगों से भगवान राम के आशीर्वाद और संपूर्ण धर्म की स्थायी शक्ति पर विश्वास रखने की अपील की।
पर्यटन ऐप का शुभारंभ और पुस्तक विमोचन/LAUNCH OF TOURISM APP AND BOOK RELEASE

- पर्यटन ऐप: मुख्यमंत्री योगी ने अयोध्या की यात्रा को सुविधाजनक बनाने और शहर को एक प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक गंतव्य के रूप में बढ़ावा देने के लिए एक नया पर्यटन ऐप प्रस्तुत किया।
- पुस्तक विमोचन: अयोध्या के मेयर द्वारा लिखी गई एक नई पुस्तक का भी विमोचन किया गया, जो अयोध्या की सांस्कृतिक दस्तावेजीकरण में योगदान करती है।
- संस्कृतिक प्रभाव:दीपोत्सव समारोह ने विश्वभर का ध्यान आकर्षित किया है, जिससे अयोध्या की छवि एक सांस्कृतिक और आध्यात्मिक केंद्र के रूप में बढ़ी है। इस वर्ष का दीपोत्सव पारंपरिक रीति-रिवाजों को आधुनिक तकनीक के साथ जोड़कर अयोध्या की विरासत को सुरक्षित रखने और नवाचार को अपनाने के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
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