Monday, October 13, 2025
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अमिताभ बच्चन जन्मदिन कहानी/amitabh bachchan birthday story

अमिताभ बच्चन जन्मदिन कहानी/amitabh bachchan birthday story
अमिताभ बच्चन जन्मदिन कहानी/amitabh bachchan birthday story

बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन आज 11 अक्टूबर को अपना 83 वां जन्मदिन मना रहे हैं। ‘सदी के महानायक’, ‘शहंशाह’, ‘एंग्री यंग मैन’ और ‘बिग बी’ जैसे कई नामों से मशहूर अमिताभ बच्चन आज भी हिंदी सिनेमा की सबसे प्रभावशाली और सम्मानित शख्सियतों में से एक हैं।

पाँच दशकों से अधिक लंबे करियर में उन्होंने अभिनय की ऐसी ऊँचाइयाँ छुई हैं, जहाँ पहुँचना किसी भी कलाकार के लिए एक सपना होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अमिताभ बच्चन साल में दो बार अपना जन्मदिन मनाते हैं? आइए जानते हैं इस दिलचस्प कहानी के पीछे का कारण।

पहला जन्मदिन : 11 अक्टूबर 1942, इलाहाबाद में हुआ जन्म

अमिताभ बच्चन का जन्म 11 अक्टूबर 1942 को उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद (अब प्रयागराज) में हुआ था। उनके पिता प्रसिद्ध कवि हरिवंश राय बच्चन और माता तेजी बच्चन थीं। पारिवारिक माहौल में साहित्य, कला और संस्कृति की गहरी छाप थी। बचपन से ही अमिताभ में कुछ अलग करने का जज़्बा था। पढ़ाई पूरी करने के बाद वे अभिनय के क्षेत्र में आए और शुरुआती दिनों में संघर्षों का सामना किया। कई ऑडिशनों में रिजेक्ट होने के बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी।

अमिताभ बच्चन जन्मदिन कहानी/amitabh bachchan birthday storyसंघर्षों से सफलता तक का सफर

अमिताभ ने अपने करियर की शुरुआत 1969 की फिल्म ‘सात हिंदुस्तानी’ से की थी, जिसमें वे सात नायकों में से एक थे। फिल्म भले ही बॉक्स ऑफिस पर सफल नहीं हुई, लेकिन अमिताभ की अभिनय प्रतिभा को नोटिस किया गया।
इसके बाद 1973 में आई ‘जंजीर’ ने उनकी किस्मत बदल दी। इस फिल्म ने उन्हें बॉलीवुड का ‘एंग्री यंग मैन’ बना दिया।
इसके बाद उन्होंने ‘दीवार’, ‘शोले’, ‘डॉन’, ‘त्रिशूल’, ‘अमर अकबर एंथनी’, ‘कभी-कभी’ जैसी फिल्मों से न केवल बॉलीवुड पर राज किया बल्कि हर दर्शक के दिल में अपनी जगह बनाई।
उनकी दमदार आवाज़, गंभीर अभिनय और सादगी भरा व्यक्तित्व उन्हें हर पीढ़ी का पसंदीदा कलाकार बनाता है।

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दूसरा जन्मदिन : जब मौत के मुंह से लौटे बिग बी

साल 1982 में फिल्म ‘कुली’ की शूटिंग के दौरान अमिताभ बच्चन के साथ एक बड़ा हादसा हुआ।
फिल्म के एक एक्शन सीन में अभिनेता पुनीत इस्सर का मुक्का गलती से अमिताभ के पेट में जा लगा। चोट इतनी गंभीर थी कि उनकी आंतें फट गईं और हालत नाज़ुक हो गई।
उन्हें तुरंत मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने कई सर्जरी कीं, लेकिन हालत इतनी बिगड़ गई कि एक समय उन्हें क्लिनिकली डेड घोषित कर दिया गया।

लेकिन चमत्कार हुआ — 2 अगस्त 1982 को अमिताभ ने अपना अंगूठा हिलाया, जिससे डॉक्टरों को उम्मीद की किरण नजर आई। धीरे-धीरे उनकी तबीयत सुधरने लगी और वे फिर से जिंदगी की राह पर लौट आए।
इस दिन को उन्होंने अपना ‘दूसरा जन्मदिन’ माना और तब से हर साल 2 अगस्त को भी वे जीवन के प्रति कृतज्ञता के रूप में इसे मनाते हैं।

जब वे अस्पताल से बाहर निकले तो फैंस की भीड़ उमड़ पड़ी थी। अमिताभ ने मुस्कुराते हुए कहा था —

“अब मैं मौत पर विजय पाकर घर लौट रहा हूँ।”

अमिताभ बच्चन का अटूट करियर

इस हादसे के बाद भी अमिताभ बच्चन ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
उन्होंने न केवल सिनेमा में बल्कि राजनीति, टीवी और सामाजिक कार्यों में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
उनके टीवी शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ (KBC) ने भारत में टेलीविज़न के इतिहास को बदल दिया और आज भी यह शो दर्शकों का पसंदीदा है।

उनकी हालिया फिल्म ‘कल्कि 2898 ए.डी.’ में उन्होंने अश्वत्थामा का किरदार निभाया है। इस फिल्म में उनके साथ प्रभास, दीपिका पादुकोण, कमल हासन और दुलकर सलमान जैसे सितारे नजर आए।
फिल्म में उनका अभिनय एक बार फिर इस बात का सबूत है कि उम्र केवल एक संख्या है  जज़्बा और मेहनत ही असली पहचान बनाते हैं।

‘बिग बी’ की लोकप्रियता और विरासत

अमिताभ बच्चन केवल एक अभिनेता नहीं, बल्कि एक संस्था हैं।
उनकी आवाज़, संवाद शैली, विनम्रता और अनुशासन ने आने वाली पीढ़ियों के लिए एक मिसाल कायम की है।
चाहे फिल्म ‘पीकू’ में एक भावनात्मक पिता का किरदार हो या ‘बागबान’ में आदर्श पति का, हर भूमिका में वे दर्शकों के दिलों को छू जाते हैं।
उनकी लोकप्रियता केवल भारत तक सीमित नहीं है  वे ग्लोबल आइकन बन चुके हैं।

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निष्कर्ष

अमिताभ बच्चन की जिंदगी संघर्ष, समर्पण और प्रेरणा की कहानी है।
उन्होंने यह साबित किया कि सफलता का रास्ता आसान नहीं होता, लेकिन जो गिरकर भी उठ खड़ा होता है, वही असली विजेता बनता है।
82 वर्ष की उम्र में भी उनकी ऊर्जा, शालीनता और काम के प्रति लगन उन्हें आज भी हर कलाकार के लिए प्रेरणा का स्रोत बनाती है।

सदी के महानायक को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँ!
आप यूं ही हर साल दो-दो बार जन्मदिन मनाते रहें और अपनी रोशनी से सिनेमा जगत को आलोकित करते रहें।

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– सारिका असाटी

 

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