भारत की ‘शटलर क्वीन’ और देश को ‘बैक टू बैक’ ओलंपिक मेडल दिलवाने वाली पीवी सिंधु अब शादीशुदा हो गई हैं। उन्होंने 22 दिसंबर को हैदराबाद के वेंकट दत्ता साई के साथ उदयपुर केएक रिसोर्ट में सात फेरे लिए, उनकी शादी की पहली तस्वीर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सोशल मीडिया पर शेयर की थी।
पीवीसिंधूशादीकेबंधन–P.V.sindhu matrimony
भारत की स्टार शटलर पीवी सिंधू शादी के बंधन में बंध गई हैं। रविवार को उदयपुर में उन्होंने मंगेतर वेंकट दत्ता साई से शादी रचाई। पारंपरिक शादी के परिधान में दोनों ही बेहद खूबसूरत लग रहे थे। इस जोड़े ने अपने परिवारों और करीबी लोगों की उपस्थिति में एक-दूसरे के साथ सात जन्म तक साथ रहने की कसमें खाईं।
कौनहैंवेंकटदत्तासाई?-who is venketa data sai
शनिवार को सिंधू और वेंकट की सगाई हुई थी। वेंकट हैदराबाद के रहने वाले हैं। वह पोसाईडेक्स टेक्नोलॉजी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं। वेंकट ने फाउंडेशन ऑफ लिबरल एंड मैनेजमेंट एजुकेशन से लिबरल आर्ट्स एंड साइंसेज/लिबरल स्टडीज से डिप्लोमा किया है। उन्होंने 2018 में फ्लेम यूनिवर्सिटी बैचलर ऑफ बिजनेस एडिमिनिस्ट्रेशन से बीबीए अकाउंटिंग एंड फाइनेंस पूरा किया और फिर इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, बंगलूरू से डेटा साइंस एंड मशीन लर्निंग में मास्टर डिग्री हासिल की।
वेंकट के लिंक्डिन प्रोफाइल के मुताबिक, वह JSW के साथ समर इंटर्न के साथ-साथ इन हाउस कंसल्टेंट के रूप में काम कर चुके हैं। उन्होंने अपने प्रोफाइल में यह भी बताया है कि वह आईपीएल टीम को भी मैनेज कर चुके हैं। उन्होंने 2019 से सोर एप्पल एसेट मैनेजमेंट के मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में काम किया है। वहीं, पोसाईडेक्स में कार्यकारी निदेशक के रूप में भी काम किया है।
कपल 24 दिसंबर को हैदराबाद में एक रिसेप्शन पार्टी की मेजबानी करेगा। सिंधू की शादी का कार्यक्रम 20 दिसंबर को संगीत से शुरू हुआ था। अगले दिन हल्दी, पेल्लीकुथुरू और मेहंदी हुई। शादी के बारे में बात करते हुए सिंधू के पिता ने कहा था कि दोनों परिवार एक-दूसरे से अच्छी तरह से परिचित हैं, लेकिन शादी की योजना एक महीने के अंदर बनी। इस जोड़ी ने 22 दिसंबर की तारीख इसलिए चुनी क्योंकि सिंधू अगले साल से ट्रेनिंग और टूर्नामेंट्स में व्यस्त रहेंगी।
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On the journey of the country’s shuttler queen so far
सिंधू ने हाल ही में लखनऊ में सैयद मोदी इंडिया इंटरनेशनल बैडमिंटन टूर्नामेंट के फाइनल में चीन की वू लुओ यू को हराकर बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन (बीडब्ल्यूएफ) वर्ल्ड टूर के दो साल से अधिक के सूखे को समाप्त किया था।
सिंधू ने 47 मिनट तक चले खिताबी मुकाबले में लुओ यू को लगातार दो गेमों में 21-14, 21-16 से हराया था।
जुलाई 2022 में सिंगापुर ओपन खिताब के बाद सिंधू का यह पहला BWF वर्ल्ड टूर खिताब था। यह एक BWF सुपर 500 टूर्नामेंट था।
2023 और इस साल वह स्पेन मास्टर्स और मलयेशिया मास्टर्स के फाइनल में पहुंची थीं, लेकिन खिताब जीतने में नाकाम रही थीं।
ओलंपिक में सिल्वर और ब्रॉन्ज़ मेडल जीतकर इतिहास रचने वाली पुसरला वेंकट सिंधु का जन्म 5 जुलाई 1995 को हैदराबाद, तेलंगाना में हुआ था।
उनके माता-पिता पीवी रमण और पी विजया वॉलीबॉल के खिलाड़ी रह चुके हैं। खेल का यह जज्बा सिंधु को बचपन से ही विरासत में मिला।
सिंधु ने 8 साल की उम्र में बैडमिंटन खेलना शुरू किया।
उनकी प्रारंभिक शिक्षा हैदराबाद के ऑक्सीलियम हाई स्कूल में हुई और बाद में उन्होंने सेंट ऐन्स कॉलेज से अपनी पढ़ाई पूरी की।
सिंधु ने गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी में ट्रेनिंग ली। अपने शानदार खेल प्रदर्शन के चलते वह जल्द ही राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने लगीं।
2012 में उन्होंने जूनियर एशियन बैडमिंटन चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीता, जो उनके करियर का एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ।
2016 के रियो ओलंपिक में पीवी सिंधु ने सिल्वर मेडल जीता, उन्होंने फाइनल मुकाबले में स्पेन की कैरोलिना मारिन के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन किया।
2021 के टोक्यो ओलंपिक में उन्होंने ब्रॉन्ज मेडल जीता।
पीवी सिंधु ने वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप में 2019 में गोल्ड मेडल जीता।
कई सुपर सीरीज टूर्नामेंट्स और एशियन गेम्स में भी पदक जीत चुकी हैं
सिंधु को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार (2016) पद्म श्री (2015) पद्म भूषण (2020)