
कामकाजी का मानसून के दिनों में ऑफिस जाने का शिडय़ूल अक्सर किसी न किसी बाधा का शिकार हो जाता है। किसी दिन सुबह-सुबह अचानक तेज बारिश के कारण घर से निकलने में देर हो जाती है, तो किसी और दिन हमारे घर से निकलते ही बादल बरसने लगते हैं। और हम ऑफिस पहुंचने तक सारी कोशिशों के बावजूद तरबतर हो जाते हैं। बारिश के दिनों में कई बार हफ्तों तक मनचाही सब्जियां नहीं मिलतीं।
कभी बाजार जाने की स्थितियां नहीं बनतीं, कभी बाजार में हमारी पसंद की सब्जियां नहीं मिलतीं। मतलब, बारिश के दिनों में अकसर हमारा ऑफिस का फिक्स शिडय़ूल गड़बड़ाता रहता है। इसलिए बारिश के दिनों में दफ्तर जाने वालों को अपने नाश्ते को लेकर सजग रहना चाहिए।
नाश्ता हो हल्का और सुपाच्य / Breakfast is light and digestible
छुट्टी वाले दिन बारिश की रिमझिम का लुत्फ लेते हुए पकौड़े खाना सही हो सकता है, लेकिन वीक डेज की बारिश में, वह भी सुबह सुबह तली और मसालेदार चीजों को नाश्ते में खाने से बचें। बारिश के मौसम में सुबह सुबह फैटी नाश्ते से इसलिए भी बचना चाहिए, क्योंकि न केवल इससे पित्त बढ़ता है बल्कि दफ्तर पहुंचकर महसूस होता है शरीर भारी भारी लग रहा है। शरीर में काम करने का जरा भी उत्साह नहीं रहता और चेहरे से न चाहने के बावजूद थकान टपकने लगती है। इसलिए बारिश के दिनों में पूरी सजगता से सुबह बहुत हल्का और जो आसानी से पच जाए ऐसा नाश्ता करना चाहिए।
नाश्ते में हों फ्रूट्स और फाइबर / Have fruits and fiber in breakfast
जी हां, बारिश के मौसम में सुबह भारी नाश्ते से बचना चाहिए । अगर संभव हो तो हर दिन सुबह-सुबह कई ताजे फल खाने चाहिए। फल भी अगर उपलब्ध न हों तो ताजी हरी सब्जियां इस मौसम में नाश्ते के लिए उपयुक्त होती हैं। अब यह आपको देखना है कि हरी सब्जियों को किस तरह से खाया जा सकता है। कोई भी रास्ता निकालकर सुबह अगर नाश्ते में ढेर सारी सब्जियां और कुछ साबुत अनाज लें। इससे पेट भी भरा रहता है और चेहरे में ताजगी भी बनी रहती है। साथ ही काम करने के लिए एनर्जी भी रहती है।
बारिशों में ज्यादा पानी नहीं / There is not much water in the rains
चूंकि बारिश के मौसम में अगर उमस न हो तो पसीना नहीं आता और शरीर में पानी की मौजूदगी देर तक बनी रहती है। इसलिए बारिश के समय उन फलों को खास तौरपर खाने से बचना चाहिए जो पानी से भरपूर होते हैं जैसे- तरबूज, खरबूजा आदि। बारिश के दिनों में सेब, नाशपाती, लीची और केला जैसे फलों का सेवन करना चाहिए। इनमें पानी की मात्रा कम होती है इसलिए ये पानी से होने वाली बीमारियों से जोखिम को कम करते हैं। साथ ही कई बार बारिश के दिनों में बार बार जो पेशाब लगती है, उससे भी बचाते हैं। हां, आम खाते हुए यह जरूर ध्यान दें कि ज्यादा खाने से त्वचा में परेशानी हो सकती है।
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जानें कि क्या न खाएं / Know what not to eat
हां, यह जरूरी है। बारिश के मौसम में स्ट्रीट फूड्स खाने से साफ तौरपर बचना चाहिए। हालांकि जब मजबूरी ही हो तो यह ध्यान रखकर खाएं कि जहां आप खा रहे हैं, वहां वह सुबह-सुबह ताजा बन रहा हो । बारिश के दिनों में नॉनवेज खाने से भी जरूर बचना चाहिए और सुबह के समय तो बहुत ही जरूरी है। बारिश के दिनों में कभी भी रात के बने नॉनवेज को खाकर दफ्तर जाना भारी पड़ सकता है।
पहली बात तो बारिश में नॉनवेज जल्दी खराब होता है। फिर यह सुबह खाना दिन के बाकी किसी भी समय के मुकाबले ज्यादा हैवी होता है। कुछ लोगों को घी खाने का भी शौक होता है, लेकिन बारिश के मौसम में सुबह सुबह घी को ऊपर से डालकर या घी में तली चीज खाना भी परेशानी में डालता है।
..तो ये बनाएं लिस्ट/ ..then make this list

बारिश में नाश्ते को हल्का, सूखा और देर तक एनर्जी देने वाला क्यों होना चाहिए, ऊपर आपने इस सबके बारे में पढ़ लिया है। ..तो अब यह जरूरी है कि एक सामान्य दफ्तर जाने वाले शख्स को सुबह-सुबह नाश्ते में क्या खाना चाहिए, जरा इसकी लिस्ट भी बना ली जाए। ब्रेकफास्ट में पोहा, उपमा, इडली अच्छे विकल्प हैं। ये तीनों देर तक एनर्जी देते हैं। इनसे इंफेक्शन का खतरा कम रहता है।
इसके अलावा सूखे टोस्ट, मौसमी फलों का जूस भी अच्छे ब्रेकफास्ट की कैटगिरी में आते हैं। सूखे मेवे, थोड़ी ही मात्रा में अगर इन दिनों लें तो शरीर मजबूत बना रहता है, देर तक शरीर में ऊर्जा भी बनी रहती है और काम करने का उत्साह भी रहता है। हां, पीने के मामले में अगर जूस नहीं पी रहे तो दूधभरी चाय या कॉफी पीने से भी बचें। ब्लैक टी या ब्लैक कॉफी ज्यादा उपयुक्त है।
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